स्वामी ने कहा, चीन हर मामले में भारत से मीलों आगे, IMF-UN नहीं देखते बुनियादी डेटा, इसलिए चीन पर गलत साबित हो रहे
फ़ीस थोड़ी कम लेकर ही केस लड़िये
कई क्लाइंट तो वकील साहब से फ़ीस कम करवाने के लिए इतना तक कह रहे हैं कि वीसी के जरिये सुनवाई के लिए आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी होगी. इसलिए फ़ीस थोड़ी कम लेकर ही केस लड़िये. झारखंड में फ़िलहाल प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले वकीलों के लिए न्यूनतम फ़ीस निर्धारित नहीं की गयी है. इसलिए कई मौकों पर फ़ीस के लिए मुवक्किलों के साथ वकीलों को झिकझिक भी करनी पड़ती है. कोरोना काल में इस तरह के मामले ज्यादा हो रहे हैं. वहीं कुछ वकीलों का कहना है कि वर्चुअल कोर्ट में अधिवक्ताओं के पास यह विकल्प है कि वो घर बैठे किसी भी कोर्ट में उपस्थित होकर सुनवाई में शामिल हो सकते हैं. इसलिए कुछ वकीलों ने अपनी फ़ीस थोड़ी कम कर दी है और उन्हीं वकीलों का उदाहरण देकर बाकि के क्लाइंट भी फ़ीस कम देने की पेशकश करते हैं जिसका खामियाजा बाकि के वकीलों को उठाना पड़ रहा है. इसे भी पढ़ें -छठी">https://lagatar.in/who-is-guilty-of-6th-jpsc-mess/93534/">छठीजेपीएससी में गड़बड़ी का दोषी कौन? [wpse_comments_template]

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