का बजट सत्र 29 जनवरी से, आम बजट एक फरवरी को
फसल पटाने की अनुमति लेने गये थे
एसडीओ शशिप्रकाश सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले एक शिकायत मिलने पर जमीन पर धारा 144 लगाया गया था. साथ ही मामले की सुनवाई की तारीख 11 जनवरी तय की गई थी. आनंद लाल महतो आज उनके पास आये थे और धारा 144 को आज ही हटाने की मांग कर रहे थे और फसल पटाने की अनुमति देने का आग्रह कर रहे थे. उन्हें समझाया गया कि कोर्ट ने जब तारीख तय कर दी है, तो सुनवाई भी उसी दिन हो पायेगी. इस दौरान उनके पुत्र भी मौजूद थे. मृतक आनंद लाल महतो के छोटे बेटे विजय लाल महतो ने बताया कि 1983 में खरीदे एक भूखंड पर एसडीओ के स्तर से धारा 144 लगा दिया है. फिलहाल यह मामला एसडीओ के कोर्ट में लंबित है. उक्त विवादित जमीन पर महतो परिवार ने गेहूं की फसल लगा रखी है, जो पटवन के अभाव में सूख रही है. मंगलवार को आनंद लाल महतो फसल में पानी देने के लिए एसडीओ से अनुमति लेने आये थे. विजय महतो के मुताबिक एसडीओ कार्यालय से बाहर निकलने के बाद उसके पिता जमीन पर गिर गये. खबर मिलते ही एसडीओ शशिप्रकाश सिंह ने ही उन्हें अस्पताल भिजवाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इसे भी पढ़ें- आदिवासी">https://lagatar.in/tribal-land-registered-in-the-name-of-non-residents-verification-of-documents-does-not-happen-in-ranchi-registry-office/15539/">आदिवासीजमीन गैरआदिवासियों के नाम हुई रजिस्ट्री, रांची रजिस्ट्री ऑफिस में नहीं होता दस्तावेजों का सत्यापन
मृतक के परिवार का आरोप
मृतक के पुत्र समेत परिवार वालों का आरोप है कि एसडीओ के डांटने के कारण आनंद लाल महतो को हार्ट अटैक आया. हालांकि चिकित्सकों ने मौत का कारण स्पष्ट नहीं किया है. घटना की सूचना मिलते ही चास के प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय शांडिल्य मृतक के घर पहुंचे और सरकार की तरफ से हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया. इसे भी पढ़ें- प्राथमिक">https://lagatar.in/primary-health-center-deoghar-succumbed-to-maladministration-god-trust-operating-hospital/15520/">प्राथमिकस्वास्थ्य केंद्र देवघर कुव्यवस्था का हुआ शिकार, भगवान भरोसे संचालित हो रहा अस्पताल