Ranchi: धनबाद जिले के चिरकुंडा के रहने वाले 28 वर्षीय आनंद विश्वकर्मा की मौत 13 अगस्त को रिम्स में इलाज के दौरान हो गई थी. आनंद का इलाज रिम्स के यूरोलॉजी विभाग में डॉ अरशद जमाल की यूनिट में चल रहा था. डॉ राणा प्रताप सिंह भी मरीज का इलाज कर रहे थे. आनंद की किडनी में समस्या होने के कारण उसकी मौत हो गयी. जिसके बाद परिजनों ने चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में हंगामा भी किया था.
इंश्योरेंस क्लेम लेने के लिए चाहिए इलाज करने वाले डॉक्टर का साइन
वहीं मृतक आनंद विश्वकर्मा की मां शारदा देवी और पिता वासुदेव विश्वकर्मा इलाज करने वाले डॉ अरशद जमाल और डॉ राणा प्रताप सिंह से इंश्योरेंस क्लेम के फॉर्म पर साइन करने की गुहार लगाते रहे, लेकिन चिकित्सकों ने उनकी एक न सुनी. चिकित्सक इस बात से नाराज थे कि बेटे की मौत के बाद उन्होंने रिम्स परिसर में हंगामा क्यों किया था.
बेटे के इलाज के लिए घर को रखना पड़ा था गिरवी
वहीं मृतक के पिता वासुदेव विश्वकर्मा ने कहा कि हमारी माली हालत खराब हो गई है. बेटे के इलाज के लिए घर को भी गिरवी रखना पड़ा था. इंश्योरेंस कंपनी से कुछ उम्मीदें थी, लेकिन क्लेम फॉर्म में चिकित्सक साइन नहीं कर रहे हैं. जिस कारण पैसे की निकासी नहीं हो पाएगी.
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