: झारखंड में खड़ी हो रही बेरोजगारों की फौज, CGL के लिए निकाले तीन विज्ञापन पर तीनों बार अलग-अलग कट ऑफ डेट
डीवीसी कमांड एरिया में 50 दिन से बिजली किल्लत
उधर डीवीसी कमांड एरिया में 50 दिनों से बिजली का संकट गहराया हुआ है. डीवीसी अपने कमांड एरिया के सात जिलों में 10 से 17 घंटे तक बिजली कट रहा है. शहरों में तो किसी तरह 14-15 घंटे बिजली मिल रहा है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में 16 से 17 घंटे बिजली कट रही है. झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) पर बकाया 2173 करोड़ भुगतान का दबाव बनाने के लिए डीवीसी पिछले दो महीने से बिजली कटौती कर रहा है. वहीं इसे लेकर डीवीसी कमांड एरिया में पड़ने वाले विधानसभा क्षेत्र के विधायकों ने भी विधानसभा में मामले को उठाया, लेकिन इसपर कोई फैसला नहीं हुआ. इसे भी पढ़ें -कह">https://lagatar.in/epfo-figures-are-saying-job-opportunities-are-decreasing-in-india-worrying-for-youth/">कहरहे हैं EPFO के आंकड़े, भारत में रोजगार के अवसर हो रहे कम, युवाओं के लिए चिंताजनक
सेंट्रल पुल से कम मिल रही बिजली, राज्य में उत्पादन कम
ऊर्जा विभाग के मुताबिक बिजली कटौती का कारण सेंट्रल पुल से मिलने वाली बिजली में कमी है. राज्य को सेंट्रल पुल से लगभग 700 मेगावाट बिजली मिलती है. इसमें 60 मेगावाट तक की कमी हुई है. वहीं डीवीसी कमांड एरिया में 6 नवंबर से 50 फीसदी बिजली कटौती जारी है. गौरतलब है कि झारखंड को प्रतिदिन 2200 मेगावाट बिजली की जरूरत है. राज्य अपने संसाधनों से करीब 400 मेगावाट बिजली ही उत्पादित कर पा रहा है. झारखंड के सिकीदिरी जल परियोजना में बिजली उत्पादन की क्षमता 2X65 मेगावाट और तेनुघाट ताप विद्युत घर की क्षमता 2X210 मेगावाट है. वहीं पतरातू में 800 मेगावाट के तीन विद्युत संयंत्र की स्थापना हो रही है. पहली यूनिट का संचालन 2023-24 में संभावित है. ऐसे में राज्य को 800 मेगावाट बिजली मिलने में कम से कम डेढ़ से 2 साल लगेंगे. इसे भी पढ़ें -करीना">https://lagatar.in/kareenas-omicron-report-came-negative-tv-actor-arjun-bijlani-turned-corona-positive/">करीनाकी ओमीक्रॉन रिपोर्ट आयी नेगेटिव, टीवी एक्टर अर्जुन बिजलानी हुए कोरोना पॉजिटिव [wpse_comments_template]

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