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झारखंड में रोजगार और भाषा विवाद भाजपा की देन : सोनाल शांति

 Ranchi :   प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा नहीं चाहती कि झारखंड के युवाओं को रोजगार के अवसर मिलें. न्होंने कहा कि राज्य में भाषा विवाद की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के शासनकाल में हुई थी. भाजपा अब भी इसे बढ़ावा दे रही है.

 

सोनाल शांति ने कहा कि हाल ही में निकाली गयी जे-टेट (J-TET) की विज्ञप्ति 2019 की नियमावली पर आधारित है, लेकिन वर्तमान सरकार ने इस नियमावली की समीक्षा के लिए एक समिति का गठन किया है, ताकि किसी भी प्रकार के अनावश्यक विवाद से बचा जा सके. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का पीआईएल गैंग लगातार राज्य में नियुक्तियों को रोकने की साजिश करता है.

 

सोनल शांति ने कहा कि झारखंड सरकार जल्द ही नियमावली में आवश्यक संशोधन कर जे-टेट परीक्षा का आयोजन करेगी और बाबूलाल मरांडी को इस मुद्दे पर अनावश्यक चिंता करने की जरूरत नहीं है. महागठबंधन सरकार हर नियुक्ति प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने और सभी पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है ताकि कोई भी व्यक्ति अवसर का दुरुपयोग न कर सके.

 

कांग्रेस प्रवक्ता ने यह भी कहा कि बाबूलाल मरांडी के शासनकाल में हुई जेपीएससी नियुक्तियां आज भी विवादों में घिरी हुई हैं और कोर्ट में मामले लंबित हैं. भाजपा का शासनकाल झारखंड में विवादों और काले धब्बों से भरा रहा है.

 

उन्होंने दावा किया कि महागठबंधन सरकार राज्य के सभी जिलों और समुदायों के लोगों को समान मान-सम्मान देने के लिए प्रतिबद्ध है, जबकि भाजपा ने अपने शासनकाल में भाषाई विभाजन को बढ़ावा दिया.

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