Ranchi : रांची जिला प्रशासन और पलाश (JSLPS) की ओर से आज नगर निगम सभागार में उद्यमिता विकास पर एक दिवसीय संवाद कार्यक्रम हुआ. इस कार्यक्रम का मकसद था – स्थानीय लोगों को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित करना.
कार्यक्रम में रांची के अलग-अलग प्रखंडों से आए स्वयं सहायता समूहों और छोटे उद्यमियों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम की शुरुआत में अधिकारियों ने बताया कि सरकार की योजनाएं जैसे PMFME और PMEGP से लोग सरकारी मदद लेकर अपना कारोबार बढ़ा सकते हैं.
इस मौके पर 6 सफल उद्यमियों ने अपनी कहानियां सुनाईं –
1. गॉडविन लकड़ा (Cake Walk Bakery)
2. ओहामंती मिन्ज (आंवला यूनिट)
3. मिथिलानी (मसाला उत्पादन इकाई)
4. पुनीत मिन्ज (हनी यूनिट)
5. विमाया (Vimaya Bags)
6. पुनम दीदी (दीदी कैफे)
इनकी कहानियां सुनकर बाकी प्रतिभागी काफी प्रेरित हुए.
कार्यक्रम के लिए 215 लोगों ने आवेदन दिया था, जिनमें से 100 उद्यमियों को चुना गया. इन्हें प्रशिक्षण और पूरी मदद दी जाएगी ताकि वे अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा सकें.
उप विकास आयुक्त सौरभ कुमार भुवानिया ने कहा कि उद्यमिता आत्मनिर्भर बनने का सबसे अच्छा रास्ता है. जिला प्रशासन का लक्ष्य है कि रांची के युवा और महिलाएं खुद का रोजगार शुरू करें और दूसरों को भी रोजगार दें.
Potential Entrepreneurship Programme के तहत उद्यमियों को मिलेगा
- विशेषज्ञों से प्रशिक्षण
- नए कौशल सीखने का मौका
- स्टार्टअप के लिए फंड की सुविधा
- कार्यस्थल और संसाधनों की मदद
- निवेशकों से जुड़ने के अवसर
कार्यक्रम में कई अधिकारी मौजूद रहे जिनमें नीति आयोग की प्रिया श्रुति और सृष्टि शंकर, एलडीएम अजय अजीत कुमार, आरसेटी व रूडसेटी निदेशक और डीपीएम पलाश (JSLPS) निशिकांत नीरज शामिल थे.
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