Ranchi : झारखंड ने स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में आज एक बड़ी उपलब्धि दर्ज करते हुए एनर्जी ट्रांज़िशन रेडीनेस इंडेक्स (ETRI) पोर्टल को आधिकारिक रूप से चाणक्य बीएनआर में लॉन्च किया. कार्यक्रम का आयोजन स्वानिति इनिशिएटिव ने राज्य की योजना एवं विकास विभाग के सहयोग से किया. झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने पोर्टल का शुभारंभ किया. इसमें झारखंड के ऊर्जा संक्रमण के लिए दूरदर्शी दृष्टिकोण को दर्शाया गया है.
कार्यक्रम में वित्त, योजना एवं विकास मंत्री राधा कृष्ण किशोर और ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने मुख्य भाषण दिया. कार्यक्रम में इंडोनेशिया, श्रीलंका और मलेशिया के सांसदों भी भाग शामिल हुए. कहा गया है कि इससे ग्लोबल साउथ के देशों के बीच ऊर्जा संक्रमण पर सहयोग का महत्व और मजबूत होगा.
स्वानिति इनिशिएटिव द्वारा विकसित इंटरैक्टिव डैशबोर्ड झारखंड के 24 जिलों के ऊर्जा संक्रमण की क्षमता को रियल-टाइम डेटा के माध्यम से प्रदर्शित करता है. यह राज्य के 2030 के महत्त्वाकांक्षी अक्षय ऊर्जा लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए नीति-निर्माताओं को सटीक और डेटा-आधारित निर्णय लेने में सक्षम बनायेगा. झारखंड का नवीकरणीय ऊर्जा संभावित लगभग 60 GW आँका गया है, जिसे पूरा करने में ETRI महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. यह मॉडल भविष्य में अन्य भारतीय राज्यों और ग्लोबल साउथ के देशों में भी अपनाया जा सकता है.
कार्यक्रम में अतिथि के रूप में रवींद्र नाथ महतो,अध्यक्ष (झारखंड विधानसभा), राधा कृष्ण किशोर, मंत्री (वित्त, योजना एवं विकास), दीपिका पांडे सिंह, मंत्री (ग्रामीण विकास, पंचायती राज एवं ग्रामीण कार्य), मुकेश कुमार (IAS), सचिव (योजना एवं विकास विभाग), डॉ महुआ माजी, सांसद (राज्यसभा), विष्णु दयाल राम, सांसद (लोकसभा), ऐम्बो डाले, उपाध्यक्ष (नॉर्थ सुलावेसी हाउस ऑफ रिप्रेज़ेंटेटिव्स, इंडोनेशिया), सरवन्नन मुरुगन, सांसद (मलेशिया) और रितविका भट्टाचार्य, CEO (स्वानिति इनिशिएटिव) शामिल हुए.
ETRI के छह स्तंभ नीति एवं शासन, अवसंरचना एवं निवेश, संसाधन क्षमता, आर्थिक संक्रमण, सामाजिक तैयारी और पर्यावरणीय प्रभाव एक व्यापक दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं. पोर्टल PM-KUSUM, NRLM जैसी प्रमुख योजनाओं को भी एकीकृत करता है, जिससे ग्रामीण और हाशिये के समुदायों को ऊर्जा संक्रमण के केंद्र में लाने का अवसर मिलता है.
कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय वक्ताओं ने भारतीय राज्यों की भूमिका, खनन क्षेत्रों में हो रहे बदलाव, समुदायों पर प्रभाव और हरित कौशल विकास पर चर्चा की. सभी ने इस बात पर जोर दिया कि उप-राष्ट्रीय सरकारें जलवायु कार्रवाई की असली अग्रिम पंक्ति हैं .
स्वानिति इनिशिएटिव की CEO रितविका भट्टाचार्य ने कहा कि उप-राष्ट्रीय स्तर के कार्यकर्ता ऊर्जा संक्रमण में महत्वपूर्ण हैं. झारखंड इस पहल के माध्यम से डेटा संचालित स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण की अगुवाई कर रहा है. कार्यक्रम का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि झारखंड जिला-स्तर पर क्षमता मजबूत करेगा और ग्लोबल साउथ देशों के बीच सहयोग बढ़ाया जायेगा. ETRI भविष्य में एक मॉडल फ्रेमवर्क के रूप में उभरेगा, जो भारत को समावेशी और न्यायपूर्ण ऊर्जा संक्रमण में अग्रणी भूमिका निभाने में मदद करेगा.
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