Ranchi : सिल्ली के पूर्व विधायक अमित महतो ने जेएमएम से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने देर रात 12:41 बजे के आसपास सोशल मीडिया ट्विटर पर इसकी जानकारी दी है. अमित कुमार ने लिखा है कि जेएमएम सरकार के द्वारा अब तक खतियान आधारित स्थानीय एवं नियोजन नीति नहीं परिभाषित किये जाने और भाषाई अतिक्रमण पर विराम नहीं लगाने के कारण वे काफी आहत है. ऐसे में वे टीम से इस्तीफा दे रहे हैं.
— AMIT KUMAR (@amitsilli61) February 19, 2022
निर्धारित अवधि तक सरकार की कोई पहल नहीं, पूर्व विधायक ने उठाया कदम
बता दें कि कभी आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो को सिल्ली विधानसभा क्षेत्र से हराने वाले पूर्व विधायक अमित महतो ने खुद अपनी ही सरकार यानी हेमंत सरकार को बीते 20 जनवरी को अल्टीमेटम दिया था. उन्होंने खतियान आधारित स्थानीय एवं नियोजन नीति तथा बाहरी भाषाओं को क्षेत्रीय भाषा की सूची से हटाने का अल्टीमेटम दिया था. उन्होंने कहा था कि अगर सत्तारूढ़ जेएमएम पार्टी ऐसा नहीं करती है तो वे इस्तीफा दे देंगे. निर्धारित अवधि तक हेमंत सरकार द्वारा ऐसा नहीं किये जाने के बाद पूर्व विधायक ने यह कदम उठाया है.
जेपीएससी की कार्यशैली पर भी उठाया था पूर्व विधायक ने सवाल
इतना ही नहीं, खतियान आधारित स्थानीय नीति बनाने की अल्टीमेटम देने के साथ पूर्व विधायक ने JPSC और JSSC को भी निशाने पर लिया था. उन्होंने कहा था कि जेपीएससी न केवल झारखंड ही नहीं बल्कि पूरे भारत की सबसे भ्रष्ट आयोग के रूप में शुमार है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफी करीबी समझे जानेवाले पूर्व विधायक के इस अल्टीमेटम के बाद राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गयी थी.