अमन सिंह को प्रत्येक माह लगभग 15 से 20 लाख रुपये रंगदारी से मिलते थे
सीआईडी की रिपोर्ट के मुताबिक अमन सिंह के लिए प्रत्येक माह लगभग 15 से 20 लाख रूपये रंगदारी की उगाही होती थी. अमन सिंह द्वारा उगाही के पैसों में से रिकू सिंह और आशीष रंजन को दो से ढाई लाख प्रति माह दिया जाता था. शेष पैसा अमन सिंह अपने और अपने परिवार पर खर्च करता था. इस बात को लेकर धीरे-धीरे अमन सिंह गिरोह के साथी विकास बजरंगी, सतीश गांधी, अमर रवानी, चंदन यादव में विवाद होने लगा. सतीश गांधी और विकास बजरंगी लोकल अपराधी थे और आशीष रंजन उर्फ छोटू सिंह से इनकी गहरी दोस्ती थी, इसलिए ये लोग रिंकु सिंह और आशीष रंजन को कॉल कर बताने लगे कि अमन सिंह काफी पैसा, लगभग 25 लाख रूपया प्रति माह वसूलकर अपने खा रहा है और केस हम लोगों पर हो रहा है. इसके बाद जब रिंकु सिंह और आशीष रंजन द्वारा अमन सिंह को कॉल कर रंगदारी के रूपयों का हिसाब मांगा गया, तो दोनों के बीच बाताबाती, गाली-गलौज होने लगी.विकास बजरंगी और सतीश गांधी, रिंकु सिंह और आशीष रंजन को भड़का रहे थे
दोनों एक दूसरे को जान मारने मरवाने पर उतारू हो गये. अमन सिंह को यह जानकारी हो गयी थी कि विकास बजरंगी और सतीश गांधी, दोनों मिलकर रिंकु सिंह और आशीष रंजन को भड़का रहे है. इस बात की जानकारी मिलने पर अमन सिंह ने विकास बंजरंगी को अपने सेल में बुलाकर काफी गाली गलौज कर मारपीट भी की थी. उसने सतीश गांधी के साथ भी गाली गलौज की थी. इसके बाद विकास बजरंगी, अमर रवानी, सतीश गांधी, चंदन यादव, शहजाद कुरैशी अमन सिंह के ग्रुप से हटकर खुले रूप से आशीष रंजन और रिंकु सिंह के लिए काम करने लगे.अमन सिंह को जो रंगदारी देते हैं वो उसे देना बंद कर दें... वॉयस रिकॉर्डिंग वायरल
सीआईडी के रिपोर्ट के मुताबिक इस क्रम में आशीष रंजन और रिंकू सिंह द्वारा एक वॉयस रिकोर्ड वायरल किया गया कि धनबाद के जो भी व्यवसायी अमन सिंह को रंगदारी देते हैं, वो उसे देना बंद करें और सारा पैसा रिंकू सिंह गिरोह को दें, अन्यथा गंभीर परिणाम होंगे. इस वॉयस रिकोर्ड के वायरल होने के बाद अमन सिंह काफी गुस्से में आ गया और रिंकु सिंह और आशीष रंजन को कॉल कर गाली गलौज की और जान से मारने की धमकी दी. साथ ही आशीष रंजन और रिकू सिंह को मिलने वाला सारा पैसा बंद करवा दिया. पैसा बंद होने और वर्चस्व पर खतरा होने के अंदेशे से आशीष रंजन और रिंकु सिंह, विकास बजरंगी, सतीश गांधी, अमर रवानी, चंदन यादव, शहजाद कुरैशी के साथ विचार विमर्श कर अमन सिंह की हत्या का योजना बनाने लगे.जेल में अमन सिंह का काफी वर्चस्व था, जेल प्रशासन पर उसकी पकड़ थी
जेल में अमन सिंह का काफी वर्चस्व था और जेल प्रशासन पर भी उसकी काफी पकड़ थी, उसे जेल के अंदर आसानी से मार पाना काफी कठिन काम था, इसलिए योजना के तहत आशीष रंजन और रिंकु सिंह ने षड्यंत्र के तहत् अमन सिंह से कॉन्फ्रेन्स से बात कर माफी मांग ली और पुनः साथ मिलकर काम करने का वादा किया. हत्या की योजना के तहत आशीष रंजन एवं रिंकु सिंह के निर्देश पर विकास बजरंगी और सतीश गांधी ने भी अमन सिंह से मिलकर हाथ मिला लिया और बोला कि जो भी हुआ उसे भूल जाना है फिर से साथ मिलकर काम करना है. इस तरह इन लोगों ने अमन सिंह को विश्वास में ले लिया.अपराधी कुणाल सिंह को अमन सिंह की हत्या की योजना में शामिल किया
रिपोर्ट के मुताबिक इसके बाद दोनों पक्षों के बीच स्थिति सामान्य हो गयी थी. इसी का फायदा उठाकर आशीष रंजन और रिंकु सिंह ने उत्तरप्रदेश के एक शातिर अपराधी कुणाल सिंह को अमन सिंह की हत्या की योजना में शामिल कर लिया. कुणाल सिंह ने रितेश यादव को आशीष रंजन से मिलवाया. आशीष रंजन, रिंकु सिंह और कुणाल सिंह तीनों ने अमन सिंह की हत्या की पूरी योजना रितेश यादव को समझायी.वह अमन सिंह की हत्या करने को तैयार हो गया. इसके लिए आशीष रंजन ने रितेश यादव को एक लाख रुपये एडवांस के रूप में दिये थे. योजना के मुताबिक आशीष रंजन एवं रिंकु सिंह के निर्देश पर कुणाल सिंह ने रितेश यादव को धनबाद पहुंचा दिया.चोरी की मोटरसाईकिल के साथ रितेश यादव को वीरान जगह पर छोड़ा गया
धनबाद में रिंकु सिंह, सतीश गांधी, विकास बजरंगी और स्थानीय अपराधियों ने रितेश यादव को पुटकी थाना क्षेत्र स्थित मुनीडीह ओपी क्षेत्र में चोरी के मोटरसाईकिल के साथ वीरान जगह पर छोड़ दिया. योजना के तहत ओपी प्रभारी मुनीडीह ओपी को सूचित कर दिया गया कि एक अपराधी अपराध की योजना बना कर आपके क्षेत्र में खड़ा है. सूचना पाकर मुनीडी ओपी प्रभारी ने रितेश यादव को चोरी की मोटरसाईकिल के साथ पकड़ लिया. उसे गिरफ्तार कर 25 नवंबर 2023 को धनबाद मंडल कारा जेल भेज दिया. योजना के मुताबिक शूटर रितेश यादव उर्फ सुंदर यादव अपने छद्म नाम सुंदर महतो, पिता गुरु चरण महतो, थाना चन्द्रपुरा जिला बोकारो के नाम से मंडल कारा धनबाद चला गया. इसके बाद रितेश यादव उर्फ सुन्दर महतो ने हत्या की योजना में शामिल काराधीन बंदी विकास बजरंगी, सतीश गांधी, अमर रवानी, चन्दन यादव, शहजाद कुरैशी, पिंटु सिंह, बंटी उर्फ धनु शर्मा की सहायता से तीन दिसंबर 2023 को दिन के लगभग 02.50 बजे धनबाद जेल के अस्पताल यार्ड में बंदी अमन की गोली मारकर हत्या कर दी. हर खबर के लिए हमें फॉलो करें Whatsapp Channel: https://whatsapp.com/channel/0029VaAT9Km9RZAcTkCtgN3q">https://whatsapp.com/channel/0029VaAT9Km9RZAcTkCtgN3q">https://whatsapp.com/channel/0029VaAT9Km9RZAcTkCtgN3qTwitter (X): https://x.com/lagatarIN">https://x.com/lagatarIN">https://x.com/lagatarIN
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