Sanjeet Yadav
Ranchi: शराब घोटाले में एसीबी जांच के दायरे में फंसी प्लेसमेंट एजेंसी से अवैध वसूली का एक ऑडिया वायरल हुआ है. शराब कारोबारियों के बीच चर्चा है कि पैसा मांगने वाला व्यक्ति शराब विक्रेता संघ का पदाधिकारी सुबोध जयसवाल है. पैसा मांगने के लिए कोर्ड वर्ड के रूप में रुपये का इस्तेमाल किया जा रहा है. जैसे 10 रुपया दिये हो.
चर्चा है कि लाख रुपये को कोर्ड वर्ड में सिर्फ रुपया कहा जा रहा है. संवाददाता ने शराब विक्रेता संघ के पदाधिकारी सुबोध जयसलाव को ऑडियो भेज कर उनका पक्ष पूछा था. उन्होंने ऑडियो में अपनी आवाज होने से इनकार किया है. अवैध वसूली से संबंधित खबर में ऑडियो में हुई बातचीत को उसी रूप में पेश किया जा रहा है.
ऑडियो यहां सुनें...
नीरज सिंह (प्लेसमेंट एजेंसी का कर्मचारी) – भैया प्रणाम.
सुबोध जयसवाल - गाली का प्रयोग करते हुए. हेलो अरे...... मार्शन वाला को देखो, हम तुमसे बता दे रहे हैं, हमे फिर कल के दिन मत कहना कि फिर
अमित जी वाला हाल ना हो जाए. ई....,गाली का प्रयोग ... पांच मिनट,दस मिनट,दो मिनट में हमको श्याम जी बोला भैया यहीं से होगा. योगी को बोल
देते हैं, कोई दिक्कत नहीं होगा. लेकिन योगी ... गाली का प्रयोग........ करते हुए योगी तीन दिन से दस मिनट बोल कर टाल रहा, बस दो मिनट सर.... तुम एक बार योगी से बात कर लो....
नीरज सिंह -- ठीक है ना भैया हम बताते है आपको....
सुबोध जयसवाल-- गुड मॉर्निंग डालो ना ....
नीरज सिंह -- भैया बिल्कुल नहीं कही से भी एक रुपया नहीं मिला है, भैया सातों जिला से कहीं से नहीं मिला है, भैया.
सुबोध जयसवाल -- अरे छोड़िए सब जगह 19- 20 हो रहा है और
हमको.
नीरज सिंह -- भैया मई के महीने में कहीं से नहीं हुआ है हमको. क्या बोले हम हजारीबाग गए थे ..
सुबोध जयसवाल -- हुआ कि नहीं हुआ वो सब हम नहीं जानते बस इतना जानते हैं कि करना है.
नीरज सिंह -- भैया कहां से करेंगे बंद है, तो बताए ना भैया ...
सुबोध जयसवाल-- वैसा बात नहीं है. रांची में नहीं पता है. कम बेसी हो रहा है, लेकिन कुछ परसेंटेज घट गया है. और क्या उससे क्या लेना देना है.
नीरज सिंह -- भैया नहीं हो पाएगा..
सुबोध जयसवाल -- तो 15 रुपए ही आया है, 50 रुपए का बात था, देखो उस समय उसके सामने क्या बोला गया था. छोड़ो शेयर तेयर कुछ नहीं आपको अच्छा खासा भेज दिए जाएगा. लेकिन 50 रुपए भेजना था, बड़ा जिला है.
नीरज सिंह -- बीस रुपए पहले भेजे थे... भैया एक महीना पुरने दीजिए
सुबोध जयसवाल-- एक महीना तो पुर गया है.
नीरज सिंह -- कहां पुर गया भैया
सुबोध जयसवाल -- अरे नवेंदु हमें बताया कि दिसम्बर से चार्ज लिया है और तुम बोल रहे हो जनवरी से...
नीरज सिंह -- भैया चार्ज हमलोग दिसम्बर से लेना शुरू किए 23 तारीख तक चार्ज चला. संजय मेहता बोले हमें 31 तारीख तक कलेक्शन हम उठाएंगे.. जो नवीन सिंह उसका देख रहा था, ना कलेक्शन ऊ उठाएं. 1 तारीख से कलेक्शन हमलोगों का उठ रहा है.
सुबोध जयसवाल -- भाई ई चीज विभाग नहीं जानता है. भाई ऑफिस में तुम्हारे खाता से ही जमा है. मानें कि उनकी तरफ से थोड़ी जमा है. विभाग जानता है कि हमने दिसंबर से दे दिया है
नीरज सिंह -- हैंड ओवर का प्रक्रिया दिया है भैया आप पता कर लीजिए हम लोग लेटर विभाग को दिए हैं, हमारा हैंड ओवर 23 तारीख तक चला है. अभी तक हैंड ओवर में साइन नहीं किए है एक दुकान से मेरा घटती है, इस बार 2 करोड़ की घटती था. तो हैंड ओवर का साइन नहीं कर रहे हैं. हमलोग 1 तारीख से चार्ज में दिए 1 तारीख से कलेक्शन कीजिए.
सुबोध जयसवाल --- अरे यार इस चीज को तुम समझो हमको बस.......