Saurav singh
Ranchi : झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने राज्य पुलिस के विभिन्न जिलों और इकाइयों में काम कर रहे गैर अनुशासित पुलिस अधिकारियों और कर्मियों की लिस्ट मांगी है. उन्होंने रांची जोनल आईजी और सभी रेंज के डीआईजी को इससे संबंधित निर्देश जारी कर दिये हैं. जारी निर्देश में सात मुख्य बिंदुओं के आधार पर लिस्ट मांगी गयी है. साथ ही एक सप्ताह के अंदर गैर अनुशासित पुलिस पदाधिकारी और कर्मियों की लिस्ट उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है.
इन कार्यों में शामिल रहने वाले पुलिसकर्मियों की मांगी गयी है सूची :
- – जिनके खिलाफ आम नागरिक और महिलाओं से दुर्व्यवहार करने के आरोप में कार्रवाई की गयी है.
- – जिनकी भू माफिया और आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों के साथ संलिप्तता पाई गयी है.
- – जिनके खिलाफ अपने वरीय पदाधिकारी के साथ उदंड तरीके से व्यवहार करने के आरोप में कार्रवाई की गयी है या उदंड तरीके व्यवहार करते हैं.
- – जो ड्यूटी से फरार (अनुपस्थित) रहते हैं.
- – जो ड्यूटी के दौरान अक्सर शराब का सेवन करते हैं.
- – जो अक्सर बिना कारण अवकाश (छुट्टी) लेते हैं.
- – जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप हो.
चतरा के हंटरगंज थाना प्रभारी को डीजीपी ने किया था सस्पेंड
बता दें कि चतरा जिले के हंटरगंज थाना प्रभारी मनीष कुमार को डीजीपी अनुराग गुप्ता ने एक दिन पहले तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया. उन्हें भ्रष्टाचार में लिप्त पाये जाने के बाद निलंबित कर प्रशासनिक दृष्टिकोण से चाईबासा स्थानांतरित कर दिया गया है
मनीष कुमार पर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अवैध वसूली और अन्य भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. इन आरोपों की पुष्टि होने के बाद, डीजीपी ने उन्हें निलंबित करने का निर्णय लिया. डीजीपी अनुराग गुप्ता ने पहले भी पुलिसकर्मियों के अनुचित व्यवहार और भ्रष्टाचार के मामलों में सख्त कार्रवाई की है.