Hazaribagh: आईसेक्ट विश्वविद्यालय के तरबा-खरबा स्थित मुख्य कैंपस सभागार में शुक्रवार को बीएससी एग्रीकल्चर के 2020-2024 बैच के विद्यार्थियों के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया गया. इसमें कुलपति डॉ पीके नायक ने कृषि विभाग की तारीफ करते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र के क्रांतिकारी बदलाव में यहां के विद्यार्थियों का भी महत्वपूर्ण योगदान हो, ऐसी अपेक्षा रखता हूं. कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने कहा कि यह भावुक क्षण है, लेकिन इस बात की खुशी है कि हमारे ये होनहार विद्यार्थी अपने सफल मार्ग की ओर बढ़ते हुए सफलता की मंजिल हासिल कर विश्वविद्यालय ही नहीं, बल्कि अपने क्षेत्र, राज्य और देश का भी नाम भी रोशन करेंगे. उन्होंने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और उन्नत तकनीक के कृषि कार्य आत्मनिर्भरता के साथ-साथ आर्थिक मजबूती के लिए अहम साबित होगा. डीन एडमिन डॉ एसआर रथ और डीन एकेडमिक डॉ एमके मिश्रा ने भी विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की और स्वामी विवेकानंद से प्रेरणा लेकर ऊंचा मुकाम हासिल करने की सलाह विद्यार्थियों को दी.
चार वर्षों में विद्यार्थियों ने जो सीखा उसे अमल में लाएंः डॉ अरविंद कुमार
वहीं कृषि विभाग डीन डॉ अरविंद कुमार ने कहा कि इन चार वर्षों के दरम्यान विद्यार्थियों ने जो सीखा है, उसे अमल में लाकर सफल जीवन का आधार बनाएं, यही उम्मीद करूंगा. मौके पर कृषि विभाग के अलग-अलग सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिसे मौजूद लोगों ने काफी सराहा. बेहतर प्रदर्शन की बुनियाद पर शैलेश कुमार शर्मा को मिस्टर फेयरवेल और सृष्टि संजुला को मिस फेयरवेल चुन गया. इस दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया. बैलुन प्रतियोगिता के लिए अंशु पांडेय, कप प्रतियोगिता में कशिश कुमारी और कुर्सी डांस प्रतियोगिता में मनोज कुमार ने बाजी मारी. कृषि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ एसपी विश्वकर्मा, प्रभात किरण व फरहीन सिद्दीकी ने भी विद्यार्थियों को बेहतर भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया. मंच संचालन रिया एक्का, पल्लवी सिंह और पूजा कुमारी ने संयुक्त रूप से किया.
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