NewDelhi : किसानों ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगायी है 200 लोगों को दिल्ली के जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन सत्याग्रह की अनुमति दी जाये. किसानों की मांग है कि सुप्रीम कोर्ट केंद्र को आदेश जारी करे. केंद्र उनकी इस मांग को मान ले. बता दें कि आज शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होगी. सब की इस मामले पर नजर है कि किसानों के हक में फैसला आता है या फिर उनके विरुद्ध.
बता दें कि किसान आंदोलन का लगभग एक साल पूरा हो रहा है. पिछले कई महीनों से किसान कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हुए हैं. भारत बंद भी हुआ, कई बैठकें भी हुई हैं, लेकिन समाधान नहीं निकल पाया है. किसानों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. अब किसान महापंचायत दिल्ली के जंतर-मंतर पर सत्याग्रह करना चाहती है.
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बंदूक की ताकत से आप विचार नहीं बदल सकते
27 सितंबर को किसानों ने भारत बंद बुलाया था. दिल्ली-एनसीआर में उस बंद का ज्यादा असर रहा. हालांकि कई राज्यों में बंद असरदार नहीं रहा. देश के कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से प्रदर्शन करने के बजाय बातचीत करने की अपील की थी. कहा था कि बातचीत के जरिए हर मसले को सुलझा लिया जायेगा. किसान नेता राकेश टिकैत ने कृषि मंत्री तोमर पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा कि किसी के विचार को आप विचार से ही बदल सकते हैं. बंदूक की ताकत से आप विचार नहीं बदल सकते. वो रट्टू हैं, जैसे बचपन में पढ़ाया गया था. जो पढ़ लिया उतना ही बोलेंगे, उससे ज्यादा बोलेंगे ही नहीं.
बता दें कि किसानों की मांग है कि केंद्र अपने तीनों कृषि कानून वापस ले ले. सरकार ने कई मौकों पर संशोधन की बात कही है, लेकिन किसान सिर्फ और सिर्फ वापसी पर अडिग हैं. इसी वजह से सरकार और किसानों की पिछली 10 बैठकें भी बेनतीजा रही हैं.
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