Muzaffarpur : रक्सौल-नरकटियागंज रेलखंड पर रविवार की सुबह भेलाही स्टेशन के पहले आउटर सिग्नल के पास पैसेंजर से भरी ट्रेन धू-धू कर जलने लगी. आग लगने से ट्रेन पर सवार यात्रियों में अफरा-तफरी मच गयी. जैसे ही ट्रेन की रफ्तार कम हुई, लोग इधर उधर कूदने लगे. आग इतनी तेज थी कि लपटें और धुआं काफी उंचाई तक उठ रहे थे. हालात भयावह हो गये थे, लेकिन कंट्रोल कर लिया गया. ड्राइवर ने सूझबूझ का परिचय देते हुए आग को बढ़ने से रोका. इससे बड़ा हादसा टल गया.
सबसे पहले गार्ड ने ट्रेन को जलते हुए देखा
ये हादसा रविवार की सुबह 5.10 बजे के आसपास हुआ. बताया जाता है कि ट्रेन रक्सौल से नरकटियागंज के लिए भाया सिकटा होकर प्रस्थान की. जब यह भेलाही स्टेशन के करीब 39 नंबर पुल के पास गाद नदी के पास पहुंची, तो धू-धूकर जलने लगी. जानकारी के अनुसार गार्ड ने ट्रेन को जलते हुए देखा. जिसके बाद ड्राईवर और अन्य लोगों को इसकी जानकारी दी.
ट्रेन से इधर उधर कूदने लगे लोग
जैसे ही गार्ड ने ड्राईवर को आग के बारे में बताया, ड्राईवर ने धीरे-धीरे ट्रेन रोक दी. तब तक यात्रियों के बीच हड़कंप की स्थिति हो गयी थी. ट्रेन रुकते ही वे ट्रेन से इधर उधर कूदने लगे. भेलाही स्टेशन पर ट्रेन पहुँचने पर गाड़ी को रोक दिया गया. आनन फानन में ट्रेन से इंजन काट कर अलग कर दिया गया. दमकल की गाड़ी को घटनास्थल पर आग बुझाने भेज दिया गया.
आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं
अभी तक आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है. घटना में किसी के हताहत की सूचना नहीं है. जानकारी मिली है कि ट्रेन रुकने के बाद सभी यात्री ट्रेन से बाहर निकल गए. यह ट्रेन सुबह पांच बजे कर दस मिनट पर रक्सौल से नरकटियागंज के लिए ट्रेन खुली थी. रेलवे आरपीएफ और जीआरपी के अधिकारी और सुरक्षा बल मौके पर तैनात हैं. रक्सौल स्टेशन से अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची.
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