Ranchi : झारखंड में हर दिन पांच हत्या और चार दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया जा रहा है. झारखंड पुलिस मुख्यालय के आंकड़े के अनुसार जनवरी और फरवरी महीनों तक हत्या की कुल 289 घटनाएं और दुष्कर्म की 251 घटनाएं राज्य के अलग-अलग थानों में दर्ज हुई हैं. इस साल हत्या की घटना जनवरी में 142, फरवरी में 147 हुई है. जबकि दुष्कर्म की घटना जनवरी 125 और फरवरी 126 हुई है.
60% हत्याओं के पीछे जमीन कारोबार व आपसी विवाद का मामला
झारखंड में कुल होनेवाली हत्याओं में से 60% हत्या जमीन विवाद और आपसी विवाद को लेकर हुई है. झारखंड के अलग राज्य बनने के बाद राजधानी रांची समेत कई बड़े शहरों में जमीन की कीमत काफी तेजी से बढ़ी है. जैसे-जैसे जमीन की कीमत आसमान छूने लगी है वैसे-वैसे ही इस धंधे में अपराधियों ने भी पांव पसारना शुरू कर दिया है.
सफेदपोश जमीन माफियाओं ने इस धंधे में सीधे न उतर कर अपने-अपने इलाकों के कुख्यात अपराधियों को मोटी रकम देकर सपोर्ट लेना शुरू कर दिया. जिसके बाद से जमीन विवाद में हत्याओं की घटना में बढ़ोतरी हुई है. जमीन विवाद में हुई हत्याओं में जमीन कारोबारी, जमीन की दलाली करनेवाले, खरीददार और बिक्री करनेवालों के अलावा परिवार के सदस्यों द्वारा की गयी हत्यायें भी शामिल हैं. हालांकि पुलिस के अनुसार झारखंड में अधिकांश हत्याएं छोटे-छोटे आपसी विवादों की वजह से भी होती हैं.
88 फीसदी भुक्तभोगी ऐसे हैं, जो परिचित के ही शिकार हुए हैं
राज्य में जनवरी और फरवरी महीने में दुष्कर्म के जितने भी मामले सामने आए हैं, उनमें से अधिकतर मामलों में रिश्तेदार और पड़ोसी ही आरोपी निकले हैं. गौरतलब है कि राज्य पुलिस मुख्यालय द्वारा दुष्कर्म की घटनाओं पर एक डाटा तैयार किया गया था, उनके अनुसार दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने में सबसे ज्यादा परिचित ही शामिल रहे हैं
88 फीसदी भुक्तभोगी ऐसे हैं, जो परिचित के ही शिकार हुए हैं. जबकि आठ फीसदी परिवार के लोगों ने ही दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. चार फीसदी अज्ञात लोग दुष्कर्म की घटना में शामिल रहे हैं.