Dumka: कोरोना संक्रमण से जिले के पांच मरीजों की रविवार को मौत हो गयी. कोरोना से मरनेवालों में शिकारीपाड़ा का एक व्यवसायी, दुमका के जरूआडीह मोहल्ले की एक महिला, तमिलनाडू का एक व्यक्ति, मसलिया के रानीघार एसबीआई का गार्ड और काठीकुण्ड का एक व्यक्ति शामिल है. हालांकि सिविल सर्जन डा अनंत कुमार झा ने इनमें से एक की ही कोरोना से मौत होने की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि कोविड अस्पताल में इलाजरत काठीकुण्ड के 65 वर्षीय पीटर सोरेन की मौत हो गयी है. कोरोना पॉजिटिव होने के बाद तबीयत बिगड़ने पर 22 अप्रैल को कोविड अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां इलाज के दौरान रविवार को दोपहर लगभग दो बजे उनकी मौत हो गयी.
दुमका के जरूवाडीह निवासी सुमित्री देवी की कोरोना संक्रमण से इलाज के दौरान रविवार की सुबह मौत हो गयी. तीन दिन पूर्व डीएलएसए के वार रुम की पहल पर कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था. रविवार को जब महिला की मौत हुई तो अंतिम संस्कार के लिए बेटी ने फिर डीएलएसए से मदद की गुहार लगायी. वहीं रविवार को ही डीएमसीएच में भर्ती तामिलनाडू के प्रकाश सेट्टी की कोरोना से मौत हो गयी. उनकी पत्नी भी इलाज के लिए डीएमसीएच में भर्ती हैं. प्रकाश सेट्टी की मौत के बाद उनके शव को कोविड प्रोटोकॉल के तहत पैक कर अस्पताल में रखा गया था. बावजूद इसके अस्पताल प्रबंधन कोरोना से इस व्यक्ति के मौत की पुष्टि नहीं कर रहा.
शिकारीपाड़ा के 60 वर्षीय सीताराम भगत की रविवार को कोरोना से मौत हो गयी. बताया जा रहा है कि शव का सैम्पल जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आया. मृतक की पत्नी और छोटा बेटा भी जांच में कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. प्रशासनिक देखरेख में शव का शिकारीपाड़ा के चाय पानी मोड़ के पास नलहच्ची नदी के किनारे अंतिम संस्कार कर दिया गया. वहीं एसबीआई रानीघाघर के गार्ड 45 वर्षीय प्रभु मेहता की इलाज के दौरान रांची रिम्स में शनिवार की रात मौत हो गयी. मेहता मूल रूप से रांची के रहने वाले थे. फौज से सेवानिवृत्त होकर एक साल पहले एसबीआई रानीघाघर में गार्ड के पद पर बहाल हुए थे. फतेहपुर प्रखंड मुख्यालय में भाड़े के मकान में रहकर एसबीआई रानीघाघर में ड्यूटी करते थे. एक सप्ताह पहले उनकी सर्दी, खांसी तथा तेज बुखार होने पर छुट्टी लेकर अपने घर रांची चले गये. कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर रांची रिम्स में इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान शनिवार की रात को प्रभु मेहता का मौत हो गयी.