Ranchi : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार को रांची पहुंची. जहां वो रेडिसन ब्लू में झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के तत्वावधान में आयोजित विचार गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं. इस दौरान कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और चैंबर के सदस्य भी मौजूद रहे. बेहतर इस्टर्न इंडिया के लिए झारखंड का विकास विषय पर आयोजित इस विचार गोष्ठी में निर्मला सीतारमण ने कहा कि बेहतर झारखंड के लिए बेहतर लोगों को चुनकर सदन में भेजें. कहा कि आज झारखंड पलायन, अराजकता, भ्रष्टाचार का दंश झेल रहा है. इसलिए राज्य से पलायन को रोकना सबसे बड़ी चुनौती है. इसपर रोक तभी संभव होगा, जब हम यहां पर कानून व्यवस्था को ठीक करेंगे. इसके अलावा पूरी तरह से केवल मिनरल्स पर पर निर्भर होना बंद करना पड़ेगा. हमें अन्य संसाधनों को भी विकसित करना होगा. इसके अतिरिक्त हमें अपनी बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी ध्यान देने की जरुरत है. बिजली पानी तो हमारी जरुरत है ही. इसके अलावा बेहतर अस्पताल पर भी ध्यान देना होगा.
झारखंड के प्रति सौतेला व्यवहार किये जाने का आरोप निराधार
निर्मला सीतारमण ने कहा कि उद्योगों लगाये जाने से पूर्वी भारत देश के विकास का इंजन बन सकता है. कारोबार में सुगमता के मामले में झारखंड शीर्ष पांच राज्यों में शुमार हुआ करता था. लेकिन अब यहां ‘जंगल राज’ है. अगर कानून व्यवस्था में सुधार होता है, तो राज्य में निवेश बढ़ेगा. कहा कि विपक्ष द्वारा प्रधानमंत्री पर राज्य के साथ सौतेला व्यवहार किये जाने का आरोप निराधार है. झारखंड को 2024-25 के बजट में रेल परियोजनाओं के लिए रिकॉर्ड 7,200 करोड़ आवंटित किये गये. यूपीए सरकार ने सिर्फ 495 करोड़ का प्रावधान रखा था. मोदी सरकार ने राज्य को 3 वंदे भारत ट्रेन और 57 स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन के तहत सूचीबद्ध किया. उन्होंने कहा कि बेहतर झारखंड के लिए बेहतर लोगों को सदन में चुनकर भेजने की जरुरत है.
Leave a Reply