LagatarDesk : लगातार तीन महीने से विदेशी निवेशकों का भरोसा भारतीय शेयर बाजार पर कायम है. डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, मई में अबतक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) ने शेयर बाजार में 30,945 करोड़ रुपये डाले हैं. यह आंकड़ा दो मई से 19 मई तक का है. एफपीआई ने मई में ऋण या बॉन्ड बाजार में 1,057 करोड़ का निवेश किया है. इससे पहले अप्रैल में विदेशी निवेशकों ने शेयरों में शुद्ध रूप से 11,630 करोड़ और मार्च में 7,936 करोड़ डाले थे. मार्च का निवेश मुख्य रूप से अमेरिका स्थित जीक्यूजी पार्टनर्स से आया था. जीक्यूजी पार्टनर्स ने अडानी समूह की कंपनियों में पैसा लगाया था. जिसकी वजह से मार्च में एफपीआई का निवेश मार्च में सकारात्मक रहा था. इससे पहले एफपीआई ने 19 मार्च तक भारतीय इक्विटी में 11,500 करोड़ डाले थे. (पढ़ें, जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पीएम मोदी से कहा, मुझे आपका ऑटोग्राफ लेना चाहिए…)
एफपीआई का 2023 में बाजार में शुद्ध प्रवाह 16,365 करोड़
30,945 करोड़ डालने के बाद एफपीआई का भारतीय शेयर बाजार में शुद्ध प्रवाह इस साल यानी 2023 में 16,365 करोड़ पर पहुंच गया है. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि आगे चलकर भारतीय अर्थव्यवस्था तथा कंपनियों की आमदनी बढ़ने की संभावनाएं हैं. ऐसे में भारत में एफपीआई का निवेश प्रवाह जारी रहेगा.
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जनवरी-फरवरी में विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार से निकाले पैसे
बता दें कि इससे पहले एफपीआई लगातार दो महीने से बिकवाली कर रहे थे. डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने फरवरी में 5,294 करोड़ और जनवरी में 28,852 करोड़ की शुद्ध निकासी की थी. इस तरह साल 2023 में अभी तक एफपीआई ने इक्विटी में शुद्ध रूप से 22,651 करोड़ रुपये की बिकवाली की है. वहीं दिसंबर 2022 में फॉरेन इन्वेस्टर्स ने 11,119 करोड़ और नवंबर में 36,239 करोड़ रुपये का निवेश किया था.
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