कंसल्ट सर्वे : पीएम मोदी आज भी दुनिया में नंबर वन लीडर, पर पिछले साल के मुकाबले घटी लोकप्रियता [caption id="attachment_181915" align="aligncenter" width="600"]
alt="5TH JPSC" width="600" height="400" /> प्रभात खबर में 6 नवंबर 2015 को छपी खबर की फोटो[/caption]
2015 में परीक्षा नियंत्रक ने बताया था महज संजोग
6 नवंबर 2015 को मीडिया में आयी खबर के मुताबिक, पांचवी सिविल सेवा परीक्षा में क्रमवार एक सीरीज में 19 में से 16 और दूसरे सीरीज में 12 में 9 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था. जिसके बाद अभ्यर्थियों ने काफी विरोध किया था. विरोध को दरकिनार कर तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक ने इसे महज एक संजोग बताया था. उन्होंने कहा था कि इसमें कोई भी गड़बड़ी नहीं हुई है. वहीं सातवीं से दसवीं सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में अभ्यर्थियों के हुए चयन पर वर्तमान अधिकारियों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है.जानिये, किस महिला इंटर कॉलेज से हुए क्रमवार अभ्यर्थियों के चयन पर उठ रहे सवाल
लोहरदगा के मधुसूदन लाल अग्रवाल महिला इंटर कॉलेज, बरवाटोली, लोहरदगा के सेंटर-कोड 26010 में कुल 384 अभ्यर्थियों के बैठने की व्यवस्था की गयी थी. इसमें कमरा नंबर 14-बी में रोलनंबर 52236880 से 52236903 (कुल 24 अभ्यर्थी) बैठे थे. इसमें से क्रमवार (52236887-ST), (52236888- BC), (52236889 – SC), (52236890 – BC), (52236891- ST), (52236892 – EBC), (52236893 – ST), (52236894 – GEN), (52236895 – ST), (52236896 – ST), (52236897 – ST), (52236898 – GEN), (52236899 – ST), (52236900 – ST), (52236901 – ST), (52236902 – ST) अभ्यर्थियों का चयन हुआ है. इसे भी पढ़ें –पढ़ाने">https://lagatar.in/school-education-literacy-department-gave-instructions-all-district-education-superintendents/">पढ़ानेके अलावा मिड डे मील का बोरा भी बेचेंगे शिक्षक, भाजपा बोली- दुर्भाग्यपूर्ण है, दूसरे कर्मी को दें जिम्मा [wpse_comments_template]
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