Search

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में  पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई ने कहा, जजों को अफसरों की तरह नियुक्त नहीं कर सकते

Kolkata :  इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2021 के  भारतीय न्यायपालिका के रोड मैप  सत्र में पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई शामिल हुए. जस्टिस रंजन गोगोई ने भारतीय न्यायपालिका के लिए रोडमैप पर बात करते हुए कहा, आप जजों को अफसरों की तरह नियुक्त नहीं कर सकते.  न्यायपालिका कितनी महत्वपूर्ण है, इस पर जोर नहीं दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा,  इस काम के लिए सही आदमी हो. जैसे आप सरकार में अधिकारियों को नियुक्त करते हैं, आप न्यायाधीश नियुक्त नहीं कर सकते. कहा कि न्यायाधीश के लिए एक पूर्णकालिक प्रतिबद्धता होती है. यह एक जुनूनी काम है. यह 24 x7 की नौकरी है. कितने लोग इस बात को समझते हैं कि एक न्यायाधीश किस प्रकार काम करता है. इसे भी पढ़ें : राज्यसभा">https://lagatar.in/west-bengal-governor-said-in-india-today-conclave-emergency-situation-in-the-state-media-bureaucracy-are-all-scared/26171/">राज्यसभा

में बोले पी चिदंबरम, असली परजीवी एक प्रतिशत अमीर लोग हैं, जिनके पास देश की 73 प्रतिशत संपत्ति

हम भयानक समय में जी रहे हैं

राजद्रोह के मामलों के सवाल के जवाब में जस्टिस गोगोई ने कहा, हम भयानक समय में जी रहे हैं. यह पूछे जाने पर कि धमकी कहां से आ रही है, न्यायमूर्ति रंजन गोगोई ने कहा, हर जगह से. भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में उनकी नियुक्ति के बाद, उन्हें सरकार समर्थक न्यायाधीश के रूप में देखा गया और विपक्ष के हमलों के सवाल पर न्यायमूर्ति रंजन गोगोई ने कहा, यह हमला क्या है? एक जज या पूर्व जज हमलों से हीं घबराता. यदि किसी न्यायाधीश ने एक सचेत निर्णय लिया है, तो सेवानिवृत्ति के बाद हमला किया जायेगा. वो चाहते हैं कि उनके अनुसार आचरण करें नहीं तो हमला करेंगे. उन्होंने कहा कि कुछ जज हमलों के शिकार रहे हैं. इसे भी पढ़ें : पश्चिम">https://lagatar.in/west-bengal-governor-said-in-india-today-conclave-emergency-situation-in-the-state-media-bureaucracy-are-all-scared/26171/">पश्चिम

बंगाल के राज्यपाल इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में बोले, राज्य में इमरजेंसी के हालात, मीडिया, ब्यूरोक्रेसी सभी डरे हुए हैं  

महुआ मोइत्रा के कमेंट पर गोगोई का ने कहा, उनके पास फैक्ट तक नहीं

महुआ मोइत्रा के कमेंट पर  रंजन गोगोई ने कहा कि उनके पास सही फैक्ट तक नहीं हैं. उन्होंने कहा कि मुझ पर आरोप लगाने वाले मेरा नाम लेने से क्यों डरते रहे. भारत के लोग बिना तथ्यों के आरोप लगाते हैं, ये समस्या है. कानून पर भरोसा क्यों नहीं, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि वहां फैसला नहीं बस तारीख पर तारीख है. किसानों के आंदोलन पर, न्यायमूर्ति रंजन गोगोई ने कहा, यदि इन सभी कानूनों को चुनौती दी जा रही है तो इस पर कुछ राजनीतिक अधिकारियों को काम करना होगा. मुझे उम्मीद है कि अदालत को कुछ रास्ता निकाल सकता है. इस पर कानूनी या राजनीतिक रूप से समाधान निकालना होगा. हालांकि यह हो नहीं रहा है. SC ने कहा है कि यह लॉ एंड ऑर्डर का मामला है` इसे भी पढ़ें :  पढ़िये,">https://lagatar.in/read-tmc-mp-mahua-moitras-speech-in-the-lok-sabha-which-has-created-uproar-in-the-ruling-party/26203/">पढ़िये,

TMC सांसद महुआ मोइत्रा का लोकसभा में दिया गया वह भाषण, जिसने सत्ता पक्ष में खलबली मचा रखी है

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp