Ranchi : पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड सरकार पर पेसा कानून लागू नहीं करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि जब दूसरे राज्यों में यह कानून लागू हो गया है, तो झारखंड में क्यों नहीं? रघुवर दास बुधवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे. रघुवर दास ने कहा कि पेसा कानून के लिए ड्राफ्टिंग पर सुझाव आमंत्रित किए गए. विधि विभाग तथा महाधिवक्ता की राय भी ली गयी, लेकिन अभी तक इसे लागू नहीं किया गया है.
विदेशी धर्म को मानने वालों के दबाव में है सरकार
रघुवर दास ने कहा कि सरकार विदेशी धर्म को मानने वालों के दबाव में काम कर रही है, इसलिए पेसा कानून को लागू नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि झारखंड में संविधान की पांचवीं अनुसूची के अंतर्गत आने वाले 13 जिलों में पारंपरिक ग्राम प्रधानों और ग्राम सभाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है. लेकिन सरकार इस व्यवस्था को कमजोर करने की साज़िश कर रही है.
सरना धर्म कोड के नाम पर लोगों को ठग रहे झामुमो और कांग्रेस
रघुवर दास ने कहा कि उनकी सरकार में जन्म प्रमाण पत्र में धर्म का कॉलम था, जिसे हेमंत सरकार ने हटा दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और झामुमो धर्म कोड के नाम पर लोगों को ठग रहे हैं. रघुवर दास ने हेमंत सोरेन से मांग की है कि वे पेसा कानून लागू करें, वरना इतिहास उन्हें माफ नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि झारखंड की चार करोड़ जनता सरकार से पेसा कानून पर जवाब पाने के इंतजार में है.
रघुवर दास ने क्या कहा
- - पेसा कानून लागू नहीं होने से जनजातीय समाज की संस्कृति और पहचान खतरे में है.
- - सरकार पर विदेशी धर्म को मानने वालों का है दबाव
- - सरना धर्म कोड पर झामुमो और कांग्रेस कर रहे साजिश
- - हेमंत सोरेन से पेसा कानून लागू करने की मांग