Mumbai : महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को हिरासत में ले लिया है. न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि सीबीआई ने अनिल देशमुख के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद उनके घर समेत लगभग 10 स्थानों पर छापे मारे. देशमुख को बाद में नागपुर में हिरासत में ले लिया गया. सीबीआई द्वारा 14 अप्रैल को मुंबई में देशमुख से 8 घंटे तक पूछताछ करने के बाद शनिवार को दोबारा पूछताछ किये जाने की संभावना थी.
देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की चल रही जांच
पीपीई किट पहने सीबीआई की टीमों ने शनिवार को देशमुख के घर और मुंबई, ठाणे और पुणे स्थित अन्य परिसरों में छापेमारी की. सीबीआई पिछले महीने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह द्वारा लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोपों पर कार्रवाई कर रही है. एक सीबीआई अधिकारी ने बताया कि ब्यूरो ने देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर एक प्राथमिकी दर्ज की है. सीबीई ने देशमुख और 5 अन्य लोगों को भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम सहित और भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत नामजद अभियुक्त बनाया है. आरोप है कि पूर्व गृह मंत्री देशमुख ने एक पुलिस अधिकारी को होटल कारोबारियों और अन्य स्रोतों से प्रति माह 100 करोड़ रु जमा करने के लिए कहा था.
एनसीपी ने कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया
बाॉम्बे हाईकोर्ट ने 5 अप्रैल को सीबीआई को देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार और कार्यालय के दुरुपयोग के आरोपों की प्रारंभिक जांच के आदेश देते हुए 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट पेश करने को कहा था. कोर्ट द्वारा सीबीआई जांच का आदेश दिये जाने के बाद देशमुख ने अपना पद छोड़ दिया था. उनकी जगह वरिष्ठ राकांपा नेता वाल्से-पाटिल को नियुक्त मंत्री बनाया गया था. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक, मंत्री हसन मुश्रीफ और कांग्रेस प्रवक्ता डॉ राजू वाघमारे ने सीबीआई की इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है. वहीं, विपक्षी दल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और समेत कई नेताओं ने सीबीआई की कार्रवाई का स्वागत किया है.