Palamu : कोरोना से झारखंड में हर रोज कोई न कोई बड़ी शख्सीयत की मृत्यु हो रही है. सोमवार की देर रात को पलामू के पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री (अविभाजित बिहार) जोरावर राम का भी निधन हो गया. वे पिछले कुछ दिनों से कोरोना से संक्रमित थे. उनका इलाज मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज में हो रहा था. लेकिन उनकी मौत न सिर्फ कोरोना बल्कि इलाज में लापरवाही के कारण भी हुई है. उनके बड़े बेटे झामुमो के नेता राकेश पासवान ने उनकी निधन की पुष्टि करते हुए कहा कि अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों पर लापरवाही के कारण भी उनके पिता की मृत्यु हो गई.
स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही पर जताई नाराजगी
उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए बताया कि उनके पिता काफी समय से बीमार चल रहे थे. इसी दौरान उन्हें कोरोना होने के बाद कोविड-19 सेंटर में भर्ती किया गया था. ऊपरी तल्ला से नीचे शिफ्ट करने के दौरान स्वास्थ्य कर्मी उनके पिता को ऑक्सीजन लगाना भूल गए. निचली तल्ला पर लाने के बाद स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि उस कमरे में ऑक्सीजन की सुविधा नहीं है. इसके बाद ऊपरी तल्ले में जाकर ऑक्सीजन लाने तक काफी देर हो गई. जब तक ऑक्सीजन आया, तब तक पिताजी गुजर चुके थे. ऐसी लापरवाही नहीं करनी चाहिए.
पलामू में शोक की लहर
जोरावर राम के निधन की सूचना मिलते ही पलामू में शोक की लहर है. सभी सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं. वे समाजवादी विचारधारा के नेता थे. उत्तरी कोयल परियोजना (मंडल) में गेट लगाने और औरंगा कनहर नदी पर बराज बनाने की मांग को लेकर अपनी आवाज मुखर करते रहे थे.