Lagatar Desk : बार बार यूरिन आना एक ऐसी चीज़ है जो हम अक्सर नज़रअंदाज़ करते है. ख़ास तौर पर बुज़ुर्ग लोग यह मानते है की बार बार यूरिन आना बढ़ती उम्र का एक स्वाभाविक परिणाम है. परन्तु यह सही नहीं है. यूरिन अधिक मात्रा में पानी या अन्य तरल पदार्थ पीने से भी आता है. लेकिन इन सभी कारणों की ग़ैरमौजूदगी में भी यह होता है. तब यह किसी गंभीर परेशानी का संकेत हो सकता है. बार-बार यूरिन आने के और भी कई कारण हैं. कुछ बीमारियों के कारण भी बार-बार यूरिन आने की समस्या का सामना करना पड़ता है. हालांकि,बहुत ज्यादा पानी पीना बार-बार पेशाब आने का एक मुख्य कारण होता है. लेकिन आज हम कुछ ऐसी बीमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आपको सामान्य से ज्यादा यूरिन आने की समस्या का सामना करना पड़ता है.
इसे भी पढ़ें: बहरागोड़ा : जगन्नाथ मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह दो फरवरी से, तैयारियां शुरू
डायबिटीज
बार-बार यूरिन आना डायबिटीज का एक मुख्य संकेत है. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, आमतौर पर, सामान्य व्यक्ति एक दिन में 3 लीटर यूरिन करता है लेकिन डायबिटीज की समस्या होने पर यह मात्रा 3 लीटर से बढ़कर 20 लीटर तक हो जाती है.
इसे भी पढ़ें: मध्यान भोजन की जगह खिलाया बासी बुंदिया, 10 बच्चे बीमार
ओवरएक्टिव ब्लैडर
ओवरएक्टिव ब्लैडर वह कंडीशन है जिसमें बार-बार यूरिन पास करने की फीलिंग होती है. इसकी वजह से डेली एक्टिविटीज डिस्टर्ब हो सकती हैं.
इसे भी पढ़ें: हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में BBC की डॉक्यूमेंट्री पर बवाल, एसएफआई और पुलिसकर्मी भिड़े
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन
यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन यानी UTI एक आम बीमारी है जो ज्यादातर महिलाओं में देखी जाती है. यह बीमारी तब होती है जब महिलाओं को यूरिन इनफेक्शन होता हैं. इस स्थिति में महिलाओं को सावधानी बरतने की जरुरत होती है.
इसे भी पढ़ें: श्रीराम संकीर्तन मंडल का वसंत महोत्सव संपन्न, क्रिकेट मैच में मधवाटांड़ की एकतरफा जीत
पुरुषों में बार बार यूरिन आने के कारण
पुरुषों में बार बार यूरिन आना प्रोस्टेट ग्रंथि के बढ़ने का संकेत हो सकता है. “पुरुषों में प्रोस्टेट एक ऐसी ग्रंथि है जो ब्लैडर के निचले हिस्से में, मूत्रमार्ग के आसपास स्तिथ है. यह ग्रंथि जीवनभर बढ़ती जाती है. परन्तु जब वह अधिक बड़ी होने लगती है तब वह मूत्रमार्ग पर दबाव डालती है और पेशाब की धारा को रोक देती है. इसके कई और लक्षण भी है जैसे
- अचानक से पेशाब करने की तीव्र इच्छा होना
- रात को 2 से ज़्यादा बार पेशाब करना
- पेशाब की धारा का पतला हो जाना
- पेशाब करते करते उसका अचानक से रुक जाना
- पेशाब निकालने के लिए ज़ोर लगाना
इसे भी पढ़ें: बहरागोड़ा : जगन्नाथ मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह दो फरवरी से, तैयारियां शुरू
Leave a Reply