- पावर कट की समस्या पर सीएम गंभीर, कहा- ”जनप्रतिनिधि दें 9431135515 पर जानकारी, होगा निराकरण”
- उत्तरी छोटानागपुर के सांसदों और विधायकों के साथ बातचीत में हेमंत सोरेन ने सरकार की बतायी रणनीति, मैनपावर कमी को दूर करने का दिया आश्वासन
Ranchi : कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चेन को रोकने के लिए झारखंड में आंशिक लॉकडाउन की अवधि 27 मई की सुबह 6 तक बढ़ा दी गयी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि कोरोना को लेकर चिकित्सीय संसाधनों को लगातार बढ़ाने का प्रयास राज्य सरकार कर रही है. सभी जिलों में ऑक्सीजन बैंक और सदर अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है. मई माह के अंत तक लगभग 100 वेंटिलेटर्स इंस्टॉल कर चालू कर दिए जाएंगे. सभी सदर अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट और सभी जिलों में ऑक्सीजन बैंक बनाने का भी निर्णय लिया गया है.
मुख्यमंत्री ने यह बात बुधवार को उत्तरी छोटानागपुर के सांसदों और विधायकों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान हुई बातचीत में कही. इस दौरान सीएम ने पावर कट की लगातार मिल रही शिकायतों पर भी संज्ञान लिया. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में बिजली की निर्बाध आपूर्ति को लेकर सरकार प्रतिबद्ध है. जनप्रतिनिधि मोबाइल व्हाट्स एप 9431135515 पर बिजली से जुड़ी समस्याओं की जानकारी दे, त्वरित निराकरण किया जाएगा.
मेडिकल कॉलेजों के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों, नर्सिंग की ट्रेनिंग लेने वाले करेंगे सेवा
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में चिकित्सक, नर्स, पैरा मेडिकल कर्मी, तकनीशियन समेत अन्य स्वास्थकर्मियों की काफी कमी हुई है. इस बाबत मेडिकल कॉलेजों के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों, नर्सिंग की ट्रेनिंग लेने वालों को बहाल करने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया गया है. अवकाश प्राप्त चिकित्सक अथवा अन्य स्वास्थ्य कर्मी की भी सरकार इस विपदा में सेवा लेगी. अगर ऐसे सेवानिवृत्त लोग जनप्रतिनिधियों से संपर्क करते हैं, तो वे उसकी सूची स्वास्थ्य विभाग को दें, ताकि उनकी सेवा सरकार ले सके.
चिकित्सक, नर्स समेत सभी स्वास्थ्यकर्मियों का 50 लाख का बीमा करा रही सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि फ्रंटलाइन वर्कर्स के तौर पर काम कर रहे चिकित्सक, नर्स समेत सभी स्वास्थ्य कर्मियों का 50 लाख का बीमा सरकार करा रही है. इसके अलावा कोरोना की वजह से जिन स्वास्थ्य कर्मियों की मौत हो चुकी है, उनके लंबित बीमा राशि के भुगतान की दिशा में सरकार ने प्रयास तेज कर दिए हैं.
वेंटिलेटर्स के इंस्टॉलेशन को लेकर कदम उठा रही सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के अस्पतालों में वेंटिलेटर्स उपलब्ध हें, लेकिन इंस्टॉलेशन नहीं होने से मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है इसकी वजह तकनीशियनों की कमी है. इस बाबत केंद्र सरकार से तीन तकनीशियनों की टीम की मांग की गई थी. अभी तक एक ही टीम झारखंड में वेंटिलेशन इंस्टॉल करने के लिए मिली है. कोशिश है कि इस माह के अंत तक वेंटिलेटर्स को इंस्टॉल कर उसे चालू कर दिया जाये.
सभी जिलों के लिए नोडल पदाधिकारी हैं नियुक्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 को लेकर सभी जिलों के लिए नोडल पदाधिकारी नियुक्त किए गए हैं. सभी सांसदों व विधायकों को इनका फोन नंबर दिया जाएगा. नोडल पदाधिकारियों से वे बेड, ऑक्सीजन, आईसीयू, वेंटिलेटर्स और स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ले सकते है. अगर कोई समस्या अथवा जरूरत हो तो इसकी भी जानकारी उनके माध्यम से सरकार तक पहुंचा सकते हैं.
9 जिलों में आरटीपीसीआर लैब हो रहा स्थापित
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना जांच की गति को तेज करने के लिए सरकार लगातार कोशिशें करती आ रही है. अभी 9 और जिलों में आरटीपीसीआर लैब स्थापित किया जा रहा है. वहीं इस माह के अंत तक दो कोबास मशीनों को इंस्टॉल कर जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.
पांच लाख मेडिसीन किट का होगा वितरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमितों अथवा संक्रमण के लक्षण पाए जाने वाले लोगों की चिकित्सा को लेकर सरकार गंभीर है. इस सिलसिले में 5 लाख मेडिसीन किट आंगनबाड़ी केंद्रों को मुहैया कराया जा रहा है. आंगनबाड़ी केंद्रों में ऑक्सीमीटर भी उपलब्ध होगा, जिसका लाभ लोग ले सकते हैं.