Gopalganj: पुलिस ने फर्जी नियुक्ति पत्र बांटने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. यह गिरोह संस्कृत विद्यालय और अल्पसंख्यक विद्यालय में शिक्षक के पद की नौकरी देने का झांसा देकर लोगों से पैसे ठगते थे. पुलिस इस मामले में गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया. एसपी स्वर्ण सिंह ने बताया कि साल 2023 में थावे थाना के रामचन्द्रपुर गांव के शैलेश कुमार सिंह ने फर्जी नियुक्ति पत्र देने वाले गिरोह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इसमें संस्कृत शिक्षक के पद पर नौकरी देने की बात दर्ज बताई गई थी. शैलेश ने नौकरी के नाम पर 52 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगाया था.
पुलिस ने इस मामले में नामजद तीनों अभियुक्तों को पकड़ा. पकडे गए सदस्य मोतिहारी के शाहिद राजा, भोजपुर के विश्वजीत और मनीष सिंह हैं. चौथा अभियुक्त ओमप्रकाश सिंह की खोज जारी है. शैलश ने आरोप लगाया था कि संस्कृत विद्यालय और अल्पसंख्यक विद्यालय में शिक्षक के पद की नौकरी लगाने के लिए अप्रैल 2022 में 52 लाख रुपये दिए गए थे. इसके बाद 21 जून 2022 को संस्कृत शिक्षा बोर्ड से इन लोगों ने फर्जी नियुक्ति पत्र लाकर दे दिया. लेकिन जब संस्कृत बोर्ड में अनुमोदन लेकर गए तो पता चला कि किसी भी तरह की कोई नियुक्ति नहीं हुई है. उसके बाद आरोपियों से रुपये मांगे तो पैसे देने से इंकार कर दिया. वहीं पुलिस गिरोह के लोगों से पूछताछ कर इन लोगों का इतिहास खंगालने में लगी है, ताकि मामले की तह तक जाया जा सके.
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