Ranchi: छह दिनों की पूछताछ के बाद गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव को जेल भेजा गया. बुधवार को विशेष अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में लेते हुए जेल भेज दिया गया. एटीएस ने 19 मई को पूछताछ के लिए अमन श्रीवास्तव को रिमांड पर लिया था. अमन श्रीवास्तव की गिरफ्तारी 16 मई को हुई थी. गौरतलब है कि छह जिले की पुलिस के लिए चुनौती बना गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव को झारखंड एटीएस ने गिरफ्तार किया था. एटीएस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर एटीएस की टीम ने मुंबई एटीएस के सहयोग से कार्रवाई करते हुए अमन श्रीवास्तव को मुंबई के वाशी रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया था.
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6 जिले की पुलिस के लिए बना था चुनौती
गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव को झारखंड के रांची, रामगढ़, चतरा, लोहरदगा, हजारीबाग और लातेहार जिला की पुलिस के लिए चुनौती बन गया था. अमन श्रीवास्तव गिरोह के द्वारा जहां व्यवसायियों से रंगदारी वसूली जा रही है, वहीं रंगदारी नहीं देने पर वाहनों में आगजनी और जान से मारने की धमकी भी दी जाती है. अमन श्रीवास्तव पिछले 8 वर्षों से आतंक का पर्याय बना हुआ था.
पिछले 7 महीने से रखी जा रही थी नजर
यहां बता दें कि गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव की गिरफ्तारी के लिए झारखंड पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर एटीएस की टीम पिछले सात महीने से काम कर रही थी. अमन श्रीवास्तव ना कोई मोबाइल फोन का उपयोग करता था, ना सोशल मीडिया पर एक्टिव था. जिस वजह से उसे पकड़ पाना काफी मुश्किल था. इसी बीच एटीएस को सूचना मिली कि अमन श्रीवास्तव मुंबई के वासी स्टेशन से कही जाने वाला है. जिसके बाद झारखंड एटीएस की टीम ने मुंबई एटीएस टीम के सहयोग से उसे गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के समय अमन श्रीवास्तव को लगा कि उसे पांडे गिरोह के अपराधियों द्वारा पकड़ा गया. लेकिन जब एटीएस टीम ने उसे बताया कि उसे झारखंड एटीएस द्वारा गिरफ्तार किया गया, तब वह साथ चलने को तैयार हो हुआ.
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