Ranchi: धनबाद के कुख्यात अपराधी प्रिंस खान का एक ऑडियो वायरल हुआ है. जिसमें वह विधायक सरयू राय और कृष्णा अग्रवाल को धमकी दे रहा है. वायरल ऑडियो में प्रिंस खान का रहा है की सरयू राय और कृष्णा अग्रवाल यह लोग जो चूल्हा पर राजनीति की रोटी सेक रहे हैं, मेरा नाम लेकर, मेरा चूल्हा पर सिर्फ रक्तनीति का रोटी सेका जाता है, राजनीति का नहीं. तुम लोग को राजनीति करना है, तो अपना पार्टी का मुद्दा उठा कर करो,मुझे बीच में मत लाना, नहीं तो तुम लोगों के सिर में जो बाल बचा है…गाली… दोनों सरयू राय और कृष्णा अग्रवाल दोनों का सिर से बाल उखाड़ देंगे, याद रखना, तुम लोग जनता को….(गाली) बनाना, ढुल्लू को टिकट मिल गया तुम लोग को गम इस बात का है. ढुल्लू महतो को टिकट मिल गया, अपराधी सिर्फ ढुल्लू महतो है, इससे पहले चार नरसंहार करके विधायक जेल में है, तो वो पूजा करके जेल गया है. मेरे प्रति राजनीति मत करना समझे. तुम लोग का औकात है प्रिंस खान को रोक देगा, प्रिंस खान को सिर्फ प्रिंस खान रोकता है. दोबारा सुने ना सिर में एक भी बाल नहीं छोड़ेंगे…देखेंगे तुमको कौन फिर बचा लेगा. इस वायरल ऑडियो की लगातार न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है.
वायरल ऑडियो
झारखंड पुलिस के दावे के विपरीत बढ़ रहा प्रिंस खान का दबदबा
झारखंड पुलिस कहती है कि जल्द ही प्रिंस खान को पकड़ लिया जायेगा, उसके ठिकानों की तलाश पूरी हो गई है. मगर इस दावे के विपरीत प्रिंस खान का दबदबा बढ़ता ही जा रहा है. कभी व्यवसायियों को धमकी, तो कहीं घर के बाहर फायरिंग. प्रिंस खान वीडियो जारी कर धनबाद के एसएसपी को चुनौती देते भी देखा गया है. उसकी इस हरकत से व्यवसायी वर्ग खौफ में हैं. एक धारणा बन गयी है कि जो अपराधी पुलिस के बड़े अधिकारी को ललकार सकता है, वह आम लोगों के लिए तो काल बन कर ही सामने आएगा. वह खुलेआम नाम लेकर कहता है कि अगला निशाना कौन होगा. कुछ हद तक निशाने पर वार भी करता है. लगभग एक साल से प्रिंस खान पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है. हालांकि एटीएस ने उसके कई गुर्गों को जेल भेजने में कामयाबी हासिल की है, प्रिंस खान से प्रत्यर्पण नीति को लेकर भी बात चल रही है, लेकिन झारखंड पुलिस इस मामले को लेकर कोई खास दिलचस्पी नहीं दिख रही है. जिस वजह से प्रिंस खान का आतंक लगातार बढ़ते जा रहा है.
गुर्गों ने नाम दिया है छोटे सरकार
दरअसल, प्रिंस खान इन दिनों धनबाद में आतंक का पर्याय बना हुआ है. व्यवसायियों, कोयला कारोबारियों, चिकित्सकों और अन्य संपन्न लोगों को धमकी देना और गोलियों की बौछार से दहशत फैलाना उसका शौक बन गया है. उसके गुर्गे कभी सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर, कभी चिट्ठी लिखकर तो वीडियो वायरल कर गोलीबारी की जिम्मेदारी भी लेते हैं. विभिन्न माध्यमों से उनके गुर्गे संदेश देते फिर रहे हैं कि छोटे सरकार की बात मान जाओ, वरना जान से हाथ धो बैठोगे. वह पुलिस को भी खुली चुनौती दे रहे हैं. आतंक और दहशत फैलाने में उसने एक समय के चर्चित गैंग ऑफ वासेपुर के सरगना फहीम खान को भी पीछे छोड़ दिया है. धनबाद पुलिस बार-बार प्रिंस खान को गिरफ्तार करने का आश्वासन तो देती है, लेकिन उसकी परछाईं तक का पता लगाने में नाकाम रही है.
प्रिंस को पकड़ने के लिए घोषित है 30 लाख का इनाम
नया बाजार के जमीन कारोबारी महताब आलम उर्फ नन्हे की हत्या के बाद अपराधी प्रिंस खान धनबाद छोड़ कर फरार हो गया था. उसके दुबई या शारजाह में बैठे होने की बात कही जा रही है. वह वहीं से सारी योजना बनाता है. उसके गुर्गे व्यवसायियों को फोन कर रंगदारी मांगने और फायरिंग करने की घटना को अंजाम देते रहे हैं. पिछले साल झारखंड एटीएस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को इस आशय की जानकारी दी थी. तब जाकर रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया. धनबाद पुलिस प्रिंस खान के घर पर दो-दो बार कुर्की की कार्रवाई कर चुकी है. उसकी गिरफ्तारी के लिए राज्य सरकार ने 30 लाख रुपये के इनाम की भी घोषणा कर रखी है.