Garhwa : जिले के सदर थाना क्षेत्र के ओबरा गांव से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक, आसिम अंसारी नाम के व्यक्ति ने एक 10 वर्षीय आदिवासी बच्ची को बेरहमी से पीट-पीटकर अधमरा कर दिया. इसके बाद मासूम को मरा हुआ समझकर हाइवे पर फेंक दिया. हालांकि एक बस चालक की सूझबूझ से बच्ची की जान बच गयी. बस चालक ने ग्रामीणों के सहयोग से उसे सदर अस्पताल गढ़वा में भर्ती करवाया. जहां उसका इलाज चल रहा है. (पढ़ें, कांग्रेस का हल्ला बोल, कहा, 3 साल में GDP 3 फीसदी बढ़ी, इकॉनमी नहीं, विपक्ष की सरकारों को रीसेट कर रही मोदी सरकार)
पीड़ित बच्ची की मां ने थाने में दर्ज की शिकायत
बच्ची की मां ने बताया कि आसिम अंसारी की बेटी उसके घर से 50 हजार चोरी से ले गयी थी. लेकिन जब पीड़ित बच्ची ने अपना पैसा वापस मांगा तो असीम अंसारी ने उसकी बेहरमी से पिटाई कर दी. उसने इस मामले में गढ़वा थाना में लिखित आवेदन दे दिया है. गढ़वा थाना के सब इंस्पेक्टर राजू उरांव ने कहा कि दोषी को बक्सा नहीं जायेगा. पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है.
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दिहाड़ी मजदूरी करके घर चलाती है पीड़िता की मां
बच्ची की मां ने बताया कि उसका पति बाहर काम करते हैं. वहीं वह अपनी बेटी के साथ रहती है और दिहाड़ी मजदूरी करती है. बच्ची की मां के अनुसार, सुबह करीब आठ बजे वह मजदूरी करने के लिए गढ़वा चली गयी. उसने अपनी बेटी को 1140 रुपये स्वयं सहायता समूह के लोन का किस्त जमा करने के लिए देकर गयी थी. वहीं मजदूरी और समूह से लोन लेकर घर में उसने 50 हजार जमा करके रखा था. उस दौरान वहां बच्ची की सहेली भी मौजूद थी.
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पैसा वापस मांगा तो सहेली के पिता ने पीटा
पीड़ित बच्ची की मां का आरोप है कि उसके चले जाने के बाद उसकी बेटी कुंडी चढ़ाकर पैसा जमा करने चली गयी. इसी बीच उसकी सहेली ने घर से 50 हजार निकाल लिये. तभी वहां पीड़ित बच्ची पहुंच गयी. उसको देखकर उसकी सहेली भागने लगी. तभी बच्ची ने अपनी सहेली का पीछे किया और पीछा करते-करते उसके घर तक चली गयी. जब बच्ची ने अपनी सहेली से 50 हजार वापस मांगा तो सहेली के पिता असीम अंसारी ने उसे बेहरमी से पीटा.
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