Garhwa: उज्ज्वला योजना के तहत गरीबों को गैस सिलेंडर दिया गया था. इसका उद्देश्य धूएं से आजादी थी. इसमें गरीबों को गैस सिलेंडर और चूल्हा दिया गया था. लेकिन बाद में इसे जलाना महंगा पड़ने लगा तो फिर से मिट्टी के चूल्हे पर खाना पकाने लगे. लगातार मीडिया की टीम इस योजना का हाल जानने लाभुकों के घर पहुंची. इसी क्रम में टीम गढ़वा जिले के रंका के बरवाडी पंचायत के दक्षिण टोला पहुंची और वास्तविक स्थिति को देखा.
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कई घरों में गैस चूल्हे का इस्तेमाल बंद
टीम वहां लगभग 10 कोरबा जनजाति की महिलाओं से मिली. इन्हें उज्ज्वला योजना के तहत गैस और चूल्हा मिला था. महिलाओं ने बताया कि बीते दो सालों में उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर और चूल्हा मिला था. शुरुआत में कुछ लोगों ने एक दो बार रिफिलिंग करवाया था. उसके बाद पैसे के अभाव में फिर नहीं भरवाया. कहा कि कई घरों में गैस चूल्हे का इस्तेमाल बंद हो गया है. आज मिट्टी के चूल्हे पर खाना बनाया जा रहा है. सिलेंडर और गैस चूल्हा लोगों ने घर के कोने में रख दिया है. स्थिति फिर से पहले जैसी ही है. लोग गैस की बजाय मिट्टी के चूल्हे पर खाना बना रहे हैं.
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