Garhwa (Arun Kumar Yadav) : गढ़वा डीसी रमेश घोलाप के द्वारा अवैध रूप से संचालित निजी अस्पताल पर नकेल कसने के लिए लगातार अभियान जारी है. वहीं जिले के सिविल सर्जन डॉ. कमलेश कुमार ने बताया कि डीसी के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार अस्पतालों की जांच कर रही है. अहर्ता पूरा नहीं करने वाले कई अस्पताल के मालिकों पर एफआईआर भी दर्ज कराई गई है और कुछ जेल भी भेजे गए हैं. साथ ही अहर्ता पूरा नहीं करने वालों अस्पतालों पर कार्रवाई की बात कही गई है. कार्रवाई को देखते हुए कई निजी अस्पताल के मालिकों ने अपना लाइसेंस सरेंडर किया है. कई ऐसे डॉक्टर थे, जो कई अस्पतालों में डिग्री देकर पैसा कमाते थे, वैसे डॉक्टरों ने भी अपनी डिग्री कई अस्पतालों से वापस ले ली है. प्राइवेट अस्पताल द्वारा मरीजों का दोहन-शोषण न हो इसको लेकर जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग चौकन्ना है. आयुष्मान भारत योजना से गरीबों का इलाज कई अस्पतालों में बंद होने के सवाल पर सीएस ने कहा कि तत्कालीन गढ़वा डीसी के माध्यम से जांच रिपोर्ट रांची भेजी गई थी, जिसमें कई अस्पताल में डॉक्टर नहीं पाए गए थे. इस कारण भुगतान पर रोक लगा दी गयी थी. लेकिन पुनः दुबारा जांच होगी, उसके बाद ही पेमेंट हो पायेगा और इसका लाभ आम लोगों को मिल पायेगा. इसे भी पढ़ें- प्रेम">https://lagatar.in/both-ak-47-and-bullets-recovered-from-prem-prakashs-ranchi-district-force-jawan-both-suspended/">प्रेम
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गढ़वा : अब अवैध रूप से संचालित अस्पतालों की खैर नहीं : सिविल सर्जन
