Arun Kumar Garhwa: गढ़वा पुलिस ने धोखाधड़ी कर लोगों से ठगी करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी बिहार के रहने वाले हैं. रविवार को गढ़वा सदर थाना में प्रेस वार्ता आयोजित कर पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार झा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में बिहार के कैमूर जिला के मोहनिया थाना के दंडवास गांव निवासी रविंद्र प्रजापति का पुत्र रोशन कुमार तथा रोहतास जिला के कोचस थाना क्षेत्र के बाबू का बहुआरा गांव निवासी धर्मराज प्रजापति का पुत्र हरेंद्र प्रजापति है. एसपी ने बताया कि 20 जनवरी 2022 को झुरा गांव निवासी दशरथ राम ने गढ़वा थाने में आवेदन देकर माइक्रो फाइनेंस कंपनी का कर्मचारी बताकर 50 लाख लोन दिलाने के नाम पर सिक्योरिटी मनी के रूप में 11 लाख 30 हजार रुपये लेने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसे भी पढ़ें-
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फर्जी आधार कार्ड व मोबाइल नंबर का प्रयोग किया
पुलिस ने कांड के अनुसंधान को लेकर एसआईटी का गठन कर जांच शुरू कर दी है. इस दौरान दो संदिग्ध व्यक्तियों के गढ़वा रेलवे स्टेशन रोड के पास होटल आरडीएस में 6 जनवरी तथा 16 जनवरी को ठहरने का प्रमाण मिला. इस दौरान फर्जी आधार कार्ड व मोबाइल नंबर का प्रयोग करते हुए घटना को अंजाम दिया गया है. पुलिस ने बिहार स्थित निवास स्थान पर दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. ठगी में शामिल अपराधकर्मियों ने पुलिस को बताया कि पूर्व में रोशन कुमार दिल्ली में रहकर ऑटो चलाता था. कम आमदनी होने के कारण धोखाधड़ी का धंधा अपनाकर दिल्ली में ही कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया. लेकिन देश में संपूर्ण लॉकडाउन लग जाने के बाद वहां ठगी का धंधा नहीं चला, तो बिहार स्थित अपने पैतृक घर वापस आ गया. फिर अपने आसपास के क्षेत्रों में घूम कर लोगों को ठगी का शिकार बनाना शुरू किया. इस दौरान अपने फुकरे भाई हरेंद्र प्रजापति के साथ मिलकर गढ़वा तथा मेदनीनगर को अपना नया ठिकाना बनाया. इसे भी पढ़ें-
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दशरथ राम को अपने जाल में फंसा लिया
झुरा निवासी दशरथ राम को अपने जाल में फंसा लिया. जबकि नकली नोट के नाम पर असली नोट दिया था. इस कारोबार में दशरथ राम ठगों के झांसे में आ गया. वह दुगना नोट पाने के लालच में 11लाख 30 हजार रुपये यह समझ कर दे दिया कि सील बंडल में दुगना नोट यानी 22 लाख 60 हजार रुपये मिल रहे हैं. जबकि दशरथ राम ने घर जाकर देखा तो पता चला कि दरअसल एक बंडल में कागज के टुकड़े ही टुकड़े थे. इसके बाद दशरथ राम ने थाना पहुंचकर मामला दर्ज कराया. इधर अपराध कर्मियों ने पुलिस को बताया कि ठगी के रुपए में 5 लाख रुपये रोशन कुमार के बैंक खाते में जमा किया गया है. जबकि हरेंद्र प्रजापति को बहन की शादी के लिए 40 हजार रुपये दिए गए थे. शेष 2 लाख 30 हजार अपराध कर्मियों ने सामूहिक रूप से खर्च कर दिये. छापेमारी टीम में थाना प्रभारी कृष्ण कुमार, पीएसआई प्रवीण कुमार, संतोष कुमार पांडे, एएसआई अभिमन्यु कुमार सिंह, आरक्षी नीरज कुमार पांडे, श्याम बिहारी यादव, नरेश मांझी, सुरेंद्र भगत एवं सशस्त्र बल शामिल थे. [wpse_comments_template]
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