Garhwa : मझिआंव अंचल सह मझिआंव नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नंबर 11 बीरबंधा गांव के ग्रामीणों ने बीरबंधा गांव को नगर पंचायत क्षेत्र से अलग करने की मांग को लेकर वोट बहिष्कार कर दिया. ग्रामीण गांव को नगर पंचायत से अलग करने की मांग पर अड़ गये. राजकीय प्राथमिक विद्यालय बीरबंधा बूथ संख्या 139 पर वोट बहिष्कार की सूचना मिलते ही जोनल मजिस्ट्रेट विजय कुमार राय, सहायक निर्वाची निबंधन पदाधिकारी सह अंचल अधिकारी शंभू राम, पुलिस निरीक्षक गुलाब सिंह एवं थाना प्रभारी आकाश कुमार दलबल साथ मौके पर पहुंचे. पदाधिकारी ग्रामीणों को मनाने के प्रयास में जुट गये. पदाधिकारियों ने ग्रामीण संग बैठक कर समझा-बुझाकर वोट देने की अपील की. कहा कि आपकी जो भी समस्या है उसे दूर करने का प्रयास करूंगा. आपकी मांगों को उच्चाधिकारी के पास पहुंचा दूंगा. काफी समझाने-बुझाने के बाद करीब दो घंटे बाद ग्रामीण माने, जिसके बाद मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई.
क्या कहा ग्रामीणों ने
बैठक के दौरान ग्रामीण रूकमांगद पाठक, संजय पाठक, फुलेश्वर चौधरी, नागेश्वर चौधरी, चित्रांगद पाठक, रमेश चौधरी एवं इंकलेश चौधरी सहित तमाम मतदाताओं ने कहा कि बीरबंधा गांव बिल्कुल ग्रामीण क्षेत्र है, जहां पर सिर्फ किसानों का बसेरा है. यहां के लोगों का मुख्य पेशा खेती है. कहा कि नगर पंचायत बनने से पूर्व इस गांव का निरीक्षण नहीं किया गया और नगर पंचायत के कोरम को पूरा करने के लिए इस गांव को शामिल कर लिया गया है. शहरी क्षेत्र होने के कारण यहां फसल बीमा नहीं किया जाता. फसल सुखाड़ राहत नहीं दिया जाता. पीएम किसान योजना लागू नहीं हो सकता. वन जीव द्वारा फसल नष्ट करने की शिकायत करने के बाद वन विभाग के पदाधिकारी के द्वारा बोला जाता है कि आप लोग शहरी क्षेत्र में हैं. कृषि संबंधी कोई भी सुविधा नहीं मिलती है. यहां तक की सरकार को धान तक नहीं बेच सकते. सिंचाई संबंधी कुआं, ट्यूबवेल, चापानल, बोदर, आहार एवं पोखर ये सभी योजनाएं यहां लागू नहीं होती. जबकि यह गांव कृषि प्रधान है.कहा कि इस संबंध में पूर्व में हम सभी ग्रामीण जिला प्रशासन एवं हर स्तर से जनप्रतिनिधियों से प्रार्थना कर थक चुके हैं. लेकिन आज तक कोई नहीं सुना. जिसके कारण बाध्य होकर हम सभी ग्रामीणों ने सार्वजनिक रूप से चुनाव में वोट नहीं करने का निर्णय लिया है.
आश्वासन के बाद माने ग्रामीण
ग्रामीणों की समस्या सुनने के बाद सहायक निर्वाची निबंधन पदाधिकारी सह अंचल अधिकारी शंभू राम ने ग्रामीणों से आग्रह करते हुए कहा कि आप सभी अपने मतदान का प्रयोग करें. मैं आप सबों की समस्या को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त के पास भेज कर समस्या का समाधान का प्रयास करूंगा. इसके बाद ग्रामीणों ने डीसी के नाम सहायक निर्वाचन निबंधन पदाधिकारी सह सीओ को एक लिखित आवेदन दिया. इसके बाद करीब दो घंटा देर 9:00 बजे से ग्रामीणों ने वोट देना शुरू किया. वहीं दिन के 3 बजे तक करीब 50% मतदान हो चुका था.
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