Arun Kumar
Garhwa: अनराज डैम गढ़वा जिला मुख्यालय के समीप है. इस डैम में विदेशी पक्षियों को देखने सैलानी दूर-दूर से आते हैं. इसके अलावा आसपास की हरियाली और पहाड़ मन मोह लेते हैं. अनराज डैम जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दक्षिण दिशा में राष्ट्रीय राज्यमार्ग 343 पर स्थित है.
अनराज डैम लगभग 1 किलोमीटर लंबा है
अनराज डैम लगभग 1 किलोमीटर लंबा और 28 मीटर ऊंचा है. डैम से गोवाल क्षेत्र के हजारों एकड़ भूमि की सिंचाई होती है. लगभग 30 गांवों के लोग इस डैम से निकली नहर के पानी से अपने खेतों की सिंचाई करते हैं. जिला की सबसे महत्वपूर्ण योजनाओं में एक लघु सिंचाई योजना काम अनराज डैम से होता है. लेकिन इस वर्ष बारिश नहीं होने से सुखे की स्थिती है. जिससे बीते चार दिनों से नहर का पानी खोल दिया गया है, जिससे कुछ किसानों में खुशी है.
दूसरी और जहां नहर का पानी नहीं पहुंच पाता है, उस इलाकों के किसान मायूस हैं. उनका कहना है कि ऐसे में वे इसे बार खेत की सिंचाई कैसे करेंगे. किसानों का कहना है कि नहर के किनारे वाले खेत में तो पानी मिल जाता है, लेकिन दूर वाले इलाके में पानी नहीं पहुंचने से लाभ नहीं मिल पाता है. जिला के किसान प्रकृति पर ही निर्भर हैं.
साल 1982 में अनराज डैम का उद्घाटन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पूर्व विधायक युगलकिशोर के आग्रह पर किया था. उस दौरान आसपास के किसान खुश थे. लेकिन आज परिदृश्य कुछ और ही बता रहा है. डैम का पानी चार दिनों में लगभग 30 फीट नीचे चला गया है. जिससे पानी के संचय में कमी आयी है. अगर ऐसा ही रहा तो कुछ ही दिनों में नहर से भी लोगों को पानी नसीब नहीं हो पायेगा. जिसका नतीजा होगा कि जिले की महत्वकांक्षी योजना ढाक के तीन पात बनकर रह जाएगी.
डैम के पानी संचयन की क्षमता की बात करें, तो जून माह में यदि बारिश हुई होती तो, लगभग 60 फीट पानी का लेयर बढ़ जाता. जिससे किसानों को समुचित मात्रा में नहर का पानी उपलब्ध करा दिया जाता, जिससे हजारों एकड़ भूमि सिंचित हो पाती. लेकिन प्रकृति की मार के आगे सैकड़ों किसान मजबूर हैं और शहर की ओर पलायन करने को मजबूर हैं.
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