NewDelhi : यह गंभीर चिंता का विषय है कि इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) की संवेदनशील रिपोर्ट के कुछ हिस्से सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा सार्वजनिक डोमेन में डाल दिये गये हैं. खुफिया एजेंसी के अधिकारी देश के लिए गुप्त तरीके से काम करते हैं और अगर उनकी रिपोर्ट सार्वजनिक की जाती है तो वे भविष्य में दो बार सोचेंगे. कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने आज मंगलवार को यह चिंता जाहिर की. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार के बीच कॉलेजियम को लेकर लगातार टकराव जारी है.
Putting secret inputs of RAW & IB (on the appointment of judges in high courts) in public is a matter of serious concern. I will react to this in an appropriate manner in time: Union Law minister Kiren Rijiju pic.twitter.com/aI0W2FLY1l
— ANI (@ANI) January 24, 2023
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आईबी की रिपोर्ट पिछले सप्ताह सार्वजनिक की गयी थी
खबरों के अनुसार किरेन रिजिजू कानून मंत्रालय के एक कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम के हाल के कुछ प्रस्तावों पर सवालों का जवाब दे रहे थे. इस क्रम में कहा उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के रूप में नियुक्ति के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिये गये कुछ नामों पर आईबी और रॉ की रिपोर्ट को पिछले सप्ताह सार्वजनिक किया गया था. यह एक गंभीर चिंता का विषय है, जिस पर मैं उचित समय पर प्रतिक्रिया दूंगा.
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कॉलेजियम ने रॉ की आपत्तियों को खारिज कर दिया
जान लें कि यह मामला समलैंगिक वकील सौरभ कृपाल के से जुड़ा है. सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम इन्हें दिल्ली हाईकोर्ट में नियुक्त करना चाहता है. लेकिन केंद्र को उनके नाम पर आपत्ति है. केंद्र ने इसके लिए खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट का हवाला दिया था. लेकिन कॉलेजियम ने रॉ की आपत्तियों को खारिज कर दिया था. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने पहली बार जजों के बारे में दी गयी केंद्र की आपत्तियों सहिच रॉ-सीबीआई की रिपोर्ट्स सार्वजनिक डोमेन में डाल दी
RAW की रिपोर्ट में विदेशी पार्टनर को लेकर शक जाहिर किया गया
रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) ने समलैंगिक वकील सौरभ कृपाल के विदेशी पार्टनर को लेकर शक जाहिर किया था. इसपर प्रीतिक्रिया देते हुए कॉलेजियम ने कहा था कि रॉ ने जो कुछ भी बताया, उससे यह बिल्कुल नहीं लगता कि कृपाल से राष्ट्रीय सुरक्षा पर कोई असर पड़ेगा. लिखा कि पहले से यह मान लेना कि उनके पार्टनर भारत के प्रति दुश्मनी का भाव रखते होंगे, गलत है. सौरभ कृपाल के पार्टनर निकोलस जर्मेन बाकमैन स्विस नागरिक हैं. वह स्विस दूतावास में काम करते हैं.