NewDelhi : जर्मनी धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में गिरफ्तार ऑल्ट न्यूज के सह संस्थापक पत्रकार मोहम्मद जुबैर के समर्थन में आ खड़ा हुआ है, उसने पत्रकार जुबैर की गिरफ्तारी पर सवाल उठाये हैं. खबर है कि जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि भारत खुद को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र बताता है इसलिए उससे उम्मीद की जाती है कि वह अभिव्यक्ति की आजादी और प्रेस की स्वतंत्रता जैसे लोकतांत्रिक मूल्यों को अपने यहां तरजीह दे. जान लें कि जर्मनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता क्रिश्चियन वैगनर ने कहा, हम अक्सर दुनिया भर में अभिव्यक्ति की आजादी पर जोर देते हैं. हम प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर प्रतिबद्ध हैं.
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German foreign ministry on India’s ongoing detention of journalist Mohammed Zubair“India describes itself as the world’s largest democracy. So one can expect democratic values like freedom of expression and of the press to be given the necessary space there”
/1 pic.twitter.com/g26gSSKEO7— Richard Walker (@rbsw) July 6, 2022
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बिना किसी रोक-टोक और दबाव के पत्रकारिता हो…
यह बहुत जरूरी है और यह भारत पर भी लागू होता है. कहा कि किसी भी समाज के लिए यह जरूरी है कि वहां बिना किसी रोक-टोक और दबाव के पत्रकारिता हो लेकिन ऐसा नहीं हो पाना, चिंता का कारण है.
इस क्रम में कहा, पत्रकारों का उनकी पत्रकारिता के लिए उत्पीड़न नहीं होना चाहिए और ना ही इसके लिए उन्हें जेल में डाला जाना चाहिए. हम मोहम्मद जुबैर के मामले से वाकिफ हैं. नयी दिल्ली में हमारा दूतावास इस मामले पर करीब से नजर रखे हुए है.
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हम यूरोपीय यूनियन (ईयू) के साझेदारों के भी संपर्क में हैं
प्रवक्ता ने कहा, हम यूरोपीय यूनियन (ईयू) के साझेदारों के भी संपर्क में हैं. ईयू ने इस मामले पर भारत से बात की है. हमारे बीच अभिव्यक्ति की आजादी और प्रेस की स्वतंत्रता चर्चा का विषय रहे. भारत खुद को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र कहता है इसलिए भारत से उम्मीद की जाती है कि वह अभिव्यक्ति की आजादी और प्रेस की स्वतंत्रता जैसे लोकतांत्रिक मूल्यों को इज्जत दे.भारत सरकार की आलोचना करने में जर्मनी क्यों हिचक रहा है? यह पूछे जाने पर प्रवक्ता ने कहा कि मैं यह नहीं कहूंगा कि आलोचना नहीं की गयी है. हमने अभिव्यक्ति की आजादी और प्रेस की स्वतंत्रता के महत्व के सिद्धांतों पर बात की है. बता दें कि ऑल्ट न्यूज के सह संस्थापक और फैक्टचेकर मोहम्मद जुबैर को धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. अदालत ने उनकी जमानत याचिका भी खारिज करते हुए उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
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