'सुधर जाओ वरना सुधार देंगे - दो मिनट लगेगा केवल'

Girish Malviya `सुधर जाओ वरना सुधार देंगे - दो मिनट लगेगा केवल.’ … और वाकई दो ही मिनट लगे.... सड़क के साइड खड़े हुए किसानों को पूरी रफ्तार से चल रही 1500 CC की SUV से उड़ाने में. चार किसानों की मौके पर ही मौत हो गयी. कुछ देर पहले नारे लगा रहे साथियों को शव में बदलता देख आक्रोशित भीड़ ने फिर भीड़ का इंसाफ किया. जिसे किसी भी दृष्टि से सही नहीं कहा जा सकता! जरा सी दूरदर्शिता से यह सब रोका जा सकता था! लखीमपुर खीरी में कल बड़ा जलसा था. रविवार दिन में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य लखीमपुर खीरी को 117 करोड़ की सौगात देने आए थे. इस दौरान उन्होंने 165 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया. योगी प्रशासन चाहता तो यहीं से केशव प्रसाद मौर्य को लखनऊ वापस जाने को कह सकता था. इनपुट भी था कि रोड के साइड में हजारों किसान काले झंडे लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद मंत्री के काफ़िले को सांसद और केंद्र सरकार में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के गांव की ओर रवाना कर दिया गया. पहले हेलीकॉप्टर से जाने का प्लान था. लेकिन टेनी के पैतृक गांव के करीब किसानों ने उप मुख्यमंत्री के लिए बनाये गये हेलीपैड पर कब्जा कर लिया था और उस पर अपनी ट्रैक्टर ट्राली खड़ी कर दी थी. सांसद के पैतृक गांव बनवीरपुर से पहले तिकुनिया के महाराजा अग्रसेन इंटर कॉलेज के मैदान पर सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद थे. उधर से डिप्टी सीएम आ रहे थे और इधर गांव से डिप्टी सीएम को रिसीव करने के लिए सांसद के बेटे आशीष मिश्रा ने कुछ गाड़ियां रवाना की गई. जिसकी कोई जरूरत ही नहीं थी. गांव के इस रोड पर पहले से भारी संख्या में किसान मौजूद थे. किसानों का कहना है कि रिसीव करने आई गाड़ियों ने जिग जैग करते हुए एक-एक कर साइड में चल रहे किसानों को उड़ाना शुरू कर दिया. नाराज किसान ने भाजपा नेताओं को गाड़ियों से निकाल-निकालकर जमकर पीटा और उनकी दो गाड़ियों में तोड़फोड़ कर डाली. किसानों का गुस्सा इस पर शांत नहीं हुआ, तो उन्होंने कुछ गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. आगजनी जरूर हुई, लेकिन पहली चिंगारी अजय मिश्र टेनी के उस भाषण से निकली थी, जो उन्होंने आठ दिन पहले दिन संपूर्णानगर में किसान गोष्ठी में दिया था. संपूर्णानगर में 25 सितंबर को किसान गोष्ठी आयोजित की गई थी. संपूर्णानगर क्षेत्र में प्रथम आगमन होने पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी को किसानों ने गदनियां चौराहे और महंगापुर गुरुद्वारा के पास काले झंडे दिखाए. उनके पोस्टर-बैनर भी फाड़ दिए. पुलिस ने किसानों को रोकने की कोशिश की तो नोकझोंक भी हुई. इस घटना से गुस्साए नए-नए मंत्री बने अजय मिश्र टेनी ने भरी सभा मे गर्वोन्मत दुर्योधन की तरह खुद के विरोध का जिक्र करते हुए मंच से कहा था कि विरोध करने वालों आकर सामना करो, हम आपको सुधार देंगे. मैं केवल मंत्री या सांसद नहीं हूं, जो लोग मेरे विषय में जानते हैं उनको पता होगा कि मैं किसी चुनौती से भागता नहीं. जिस दिन मैंने उस चुनौती को स्वीकार कर लिया, उस दिन पलिया नहीं लखीमपुर खीरी भी छोड़ना पड़ जाएगा. यह याद रखना. दो मिनट लगेगा केवल. किसानों का आंदोलन पहले से ही चल रहा था और इस भाषण ने आग में घी का काम किया. इसकी परिणीति कल की घटना में सामने आयी. जब आठ लोगों की लाशें बिछ गई. पूरे देश में इस घटना से मैसेज साफ-साफ पहुंच गया है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने किसानों को जानबूझकर गाड़ियों से रौंदा है और ये सभी सत्ता के नशे में चूर हैं. डिस्क्लेमर: ये लेखक के निजी विचार हैं. [wpse_comments_template]
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