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शहर में भी जहां-तहां लगा है कचरे का अंबार
Ghatshila : सरकारी कार्यालय परिसर में कचरे का अंबार लगा हो तो इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वच्छ भारत अभियान को लेकर पदाधिकारी इसे लेकर कितने संवदेनशील हैं. घाटशिला प्रखंड मुख्यालय परिसर स्थित पुराने प्रखंड कार्यालय भवन के चारों तरफ क्षेत्र के तमाम दुकानदार, सब्जी वालों का कचरा प्रखंड कार्यालय परिसर के पुराने भवन के आसपास गिराया जा रहा है. इस ओर प्रखंड एवं अंचल कार्यालय के पदाधिकारी सहित कर्मचारियों की भी निगाह कभी नहीं जाती है. गांधी जयंती पर सभी सरकारी कार्यालय के पदाधिकारी द्वारा सिर्फ झाड़ू पकड़ कर सफाई अभियान की शुरुआत करते हैं. इसके बाद कभी भी पलट कर परिसर की साफ-सफाई पर ध्यान ही नहीं जाता है. प्रखंड मुख्यालय के मुख्य द्वार पर वर्षों से पानी का टैंकर रखा हुआ है तो दूसरे छोर पर ट्रैक्टर कबाड़ बन गया है. पुराना सीडीपीओ कार्यालय झाड़ी झुरमुठ से भरा पड़ा है. परिसर के कई भवन काफी जर्जर स्थिति में हैं, कब टूटकर गिर जाएं, यह कहना मुश्किल है. इन भवनों के आसपास सिर्फ कचरा का अंबार लगा हुआ है. पूरे प्रखंड कार्यालय परिसर में कहीं भी एक डस्टबीन नहीं है. घाटशिला शहर में भी जहां-तहां कचरे का ढेर लगा हुआ है. शहर के रेलवे लाइन किनारे शहरी क्षेत्र का कचरा फेंका जाता है तो दूसरी ओर अमाईनगर स्वर्णरेखा नदी घाट के तरफ कचरों का अंबार लगा हुआ है. इस पर कोई पदाधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं.
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