Ghatshila (Rajesh Chowbey) : गायत्री प्रज्ञापीठ नरसिंहगढ़ राजबाड़ी की ओर से आयोजित चार दिवसीय 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का मंगलवार को समापन हो गया. अंतिम दिन ध्यान साधना, प्रज्ञा योग, गायत्री महायज्ञ एवं विभिन्न प्रकार के संस्कारों के साथ यज्ञ की पूर्णाहुति दी गई. युग साहित्य प्रचार का संकल्प, साधना एवं अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं भजन कीर्तन हुआ. इसमें काफी संख्या में श्रद्धालू शामिल हुए. गायत्री यज्ञ के समापन पर बहरागोड़ा के विधायक समीर महंती राजबाड़ी पहुंचे तथा माता गायत्री का आशीर्वाद लिया. आयोजन समिति के गुरुदेव महतो ने उन्हें गायत्री माता का दुप्पटा व किताब प्रदान कर तथा तिलक लगाकर सम्मानित किया.
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माथे पर टीका लगाने से कोई धर्म गुरु नहीं बनता
विधायक ने कहा कि राजबाड़ी एक पवित्र धाम है, यहां आने से मन को शांति मिलती है. गायत्री प्रज्ञापीठ द्वारा चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ में शांतिकुंज हरिद्वार की टोली का नमन करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन से क्षेत्र में आपसी भाईचारा एवं शांति का पैगाम पहुंचता है. माथे पर टीका लगाने से कोई धर्म गुरु या धर्म प्रचारक नहीं बन जाता. जिस इंसान में अच्छी श्रद्धा है एवं नेक विचार है वहीं गुरु का परम भक्त है. मौके पर नंदन सिंहदेव, रंजन सिंहदेव, गुणाधर री, फकीर चंद्र अग्रवाल, काजल धल, राकेश मन्ना, श्रवण सिंह के साथ कई सदस्य उपस्थित थे. विधायक समीर महंती के साथ सरायकेला-खरसावां के झामुमो जिलाध्यक्ष सुबेंदु महतो, घनश्याम महतो, धीरेन पाल, कमल मंडल आदि कार्यकर्ता मौजूद थे.