- सड़क निर्माण के लिए केंद्र ने 135 करोड़ रुपये की दी है मंजूरी
- वन विभाग की जमीन पर है 13 किलोमीटर सड़क
- सड़क का होगा चौड़ीकरण तो ठेकेदार को फिर से लेना होगा एनओसी
Ghatshila (Rajesh Chowbey) : घाटशिला प्रखंड के सबसे महत्वपूर्ण फुलडुंगरी से झांटीझरना तक सड़क निमार्ण कार्य एक बार फिर अधर में लटक गया है. सड़क निमार्ण की स्वीकृति मिलने के बाद भी सड़क का काम शुरू नहीं हुआ है. पिछले 21 अगस्त को सांसद द्वारा इसको लेकर भूमि पूजन भी किया जाना था, लेकिन वन विभाग से सड़क की स्वीकृति नहीं लिए जाने के कारण निर्माण लटक गया है. जानकारी के अनुसार फुलडुंगरी से बंगाल सीमा के झांटीझरना तक सड़क का निर्माण सेन्ट्रल रोड फंड से किया जाना है. इसको लेकर केन्द्र सरकार द्वारा 135 करोड़ रुपये की स्वीकृति भी दी की गयी है. इसमें लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत से सड़क का निर्माण और 35 करोड़ रुपये जमीन अधिग्रहण के लिए दिया जायेगा. फुलडुंगरी से झांटीझरना बंगाल सीमा तक लगभग 25 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जाना है. इसमें 12 किलोमीटर सड़क सामान्य एवं 13 किलोमीटर सड़क फॉरेस्ट एरिया में पड़ता है. इस संबंध में वन विभाग के अधिकारी का कहना है कि अगर सड़क जो पहले से बना हुई है, उतनी ही जमीन पर निर्माण होगा तो एनओसी लेने की जरुरत नहीं है, लेकिन सड़क का चौड़ीकरण किया जायेगा तो वन विभाग की अतिरिक्त जमीन जायेगी. इसके लिए ठेकेदार को एनओसी लेना जरुरी है.
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एनओसी के लिए गुजरनी होगी लंबी प्रक्रिया से
ठेकेदार को कहा गया है कि सड़क के चौड़ीकरण को लेकर पहले वन विभाग से एनओसी प्राप्त करे, फिर निर्माण शुरू करे. अगर ठेकेदार द्वारा वन विभाग से एनओसी लिया जाता है तो इसमें फिर एक लंबी प्रक्रिया से गुजरनी होगी, ऐसे में सड़क का निर्माण फिर लंबे समय के लिए अटक सकता है. हालांकि इसको लेकर रांची के ठेकेदार द्वारा एनओसी लेने के लिए वन विभाग को आवेदन देने की बात कही जा रही है, लेकिन कब एनओसी मिलेगा और कब सड़क बनेगी, यह कहना मुश्किल है. ऐसे में यह सवाल उठता है कि बिना एनओसी के ठेकेदार ने भूमि पूजन की सारी यैतारी कैसे कर ली. हालांकि सांसद जिस दिन भूमि पूजन करने आये थे, एनओसी की बात नहीं कहा. भारत बंद की दुहाई देते हुए भूमि पूजन नहीं करने की बात कही थी. इस संबंध में पथ निर्माण विभाग के सहायक अभियंता को दूरभाष पर फोन लगाकर उनकी राय जानने का प्रयास किया गया, पर उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.
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