Ghatshila (Rajesh Chowbey) : साहित्यकार अमर कथा शिल्पी विभूतिभूषण बंदोपाध्याय की 75वीं पुण्यतिथि पर शुक्रवार को विभूति संस्कृति सांसद परिसर स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. मौके पर मंत्री रामदास सोरेन शामिल थे. मंत्री ने कहा विभूति बाबू घाटशिला के दाहीगोड़ा स्थित गौरीकुंज में अपने जीवन का अंतिम सांस लिए थे.
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विभूति बाबू का कर्म क्षेत्र होने के कारण आज देश-विदेश से लोग घाटशिला आते हैं. विश्व विख्यात साहित्यकार, पर्यावरणविद प्रकृति प्रेमी, अमर कथा शिल्पी के रूप में जाने जाते हैं. विभूति बाबू के इस योगदान के लिए इस क्षेत्र को राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन स्थल के रूप में पहचान दिलाने का काम किया जाएगा. इस अवसर पर समिति के सदस्य एवं ग्रामीण उपस्थित थे.
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