Ranchi: घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. मतदान कराने के लिए पोलिंग पार्टी रवाना हो गई है. 11 नवंबर को मतदान सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक होगा. मुख्य़ निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने घाटशिला विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं से अपील की है कि मतदान केंद्र पहुंच कर अवश्य वोट करें.
घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 2,55,820 है. इसमें पुरूष मतदाताओं की संख्या एक लाख 24 हजार 899, महिलाओं की 1 लाख 30 हजार 921 और वहीं थर्ड जेंडर वोटर्स की संख्या तीन है. बूथों की संख्या 300 है.
सभी मतदान केंद्रों पर लगाए गए हैं सीसीटीवी कैमरा
मतदान पर पैनी नजर रखने के लिए सभी मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं. वेबकास्टिंग के जरीए भारत निर्वाचन आयोग, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय, जिला निर्वाचन पदाधिकारी और आरओ कार्यालय से लगातार निगरानी की जाएगी. मतदान सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक होगा, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने मतदाताओं से अपील की है कि मतदान अवश्य करें.
क्या है अब तक घाटशिला का गणित
राज्य गठन के बाद घाटशिला में हुए पांच चुनावों में इस सीट पर कांग्रेस, भाजपा और झामुमो तीनों दल जीत हासिल कर चुके हैं. 2005 में कांग्रेस के प्रदीप बलमुचू ने बाजी मारी थी, जबकि 2009 में रामदास सोरेन ने झामुमो के टिकट पर जीत दर्ज कर सीट छीनी. 2014 में भाजपा के लक्ष्मण टुडू ने झामुमो को पराजित किया, लेकिन 2019 और 2024 के चुनावों में रामदास सोरेन ने वापसी करते हुए लगातार दो बार जीत हासिल की.
झामुमो और भाजपा दोनों के लिए अहम है यह चुनाव
घाटशिला उपचुनाव भाजपा और झामुमो दोनों के लिए अहम है. इसकी वजह यह है कि 2000 के चुनाव में 28 एसटी आरक्षित सीटों में से 14 पर कब्जा करने वाली भाजपा के पास अब केवल एक एसटी सीट है.
भाजपा ने 2024 के चुनाव में चंपाई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन को घाटशिला से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वह रामदास सोरेन से हार गए थे. इस बार फिर से भाजपा ने बाबूलाल सोरेन पर दांव लगाया है.
वहीं 2024 के चुनाव में महागठबंधन से झामुमो ने 20 एसटी सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस ने सात सीटें जीतीं, जिससे भाजपा के अरमानों में पानी फिर गया था. झामुमो इस बार भी अपनी मजबूत स्थिति को बनाए रखने के लिए प्रयासरत है.
चुनावी मुकाबले में ये 13 प्रत्याशी
1. परमेश्वर टुडू (निर्दलीय)
2. श्रीलाल किस्कू (निर्दलीय)
3. बाबूलाल सोरेन (भाजपा)
4. सोमेश चंद्र सोरेन (झामुमो)
5. पार्वती हांसदा (पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया - डेमोक्रेटिक)
6. मनसा राम हांसदा (निर्दलीय)
7. नारायण सिंह (निर्दलीय)
8. विकास हेम्ब्रम (निर्दलीय)
9. पंचानन सोरेन (भारत आदिवासी पार्टी - बीएपी)
10. बसंत कुमार टोपनो (निर्दलीय)
11. रामदास मुर्मू (जेएलकेएम)
12. मनोज कुमार सिंह (निर्दलीय)
13. रामकृष्ण कांति महाली (निर्दलीय)
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