NewDelhi : पूर्व राज्यसभा सांसद और डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के प्रमुख गुलाम नबी आजाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर प्रशंसा की है. उन्होंने पीएम मोदी को उदार करार देते हुए कांग्रेस के जी-23 नेताओं के भाजपा के करीबी होने के आरोपों को नकार दिया है.एएनआई से बातचीत के क्रम में गुलाम नबी आजाद ने कहा, मैंने उनके साथ जो किया, उसके लिए मुझे मोदी को श्रेय देना चाहिए. वह बहुत उदार हैं.
Nehru ji, Rajiv Gandhi, Indira Gandhi could bear the shock, they had endurance, they had public support and respect and with their work over a period of time, they could rebound. Current Congress leadership has no influence over people: Democratic Progressive Azad Party chief… pic.twitter.com/4m6uAOXoa4
— ANI (@ANI) April 4, 2023
विपक्ष के नेता के रूप में मैंने उन्हें किसी भी मुद्दे पर नहीं बख्शा
हालांकि आजाद ने पीएम की तारीफ के बाद सफाई पेश करते हुए कहा, विपक्ष के नेता के रूप में मैंने उन्हें किसी भी मुद्दे पर नहीं बख्शा, चाहे वह धारा 370 हो या CAA या हिजाब का मुद्दा हो. गुलाम नबी आजाद उदाहरण देते हुए कहा, उनके कुछ बिल मैने पूरी तरह फेल कर दिये, लेकिन मुझे उन्हें श्रेय देना चाहिए कि उन्होंने एक राजनेता की तरह व्यवहार किया, उसका बदला नहीं लिया,
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जी-23 पर गुलाम नबी आजाद ने कहा
वह और जी-23 के नेता भाजपा के करीबी हैं? इस आरोप पर पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि ऐसा कहने वाले मूर्ख है. अगर G23 भाजपा का प्रवक्ता था तो उसे कांग्रेस ने सांसद क्यों बनाया? उन्हें सांसद, महासचिव और पदाधिकारी क्यों बनाया है? मैं अकेला हूं जिसने पार्टी बनाई है. बाकी लोग अभी वहीं हैं, यह दुर्भावनापूर्ण, अपरिपक्व और बचकाना आरोप है.
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आजाद ने 26 अगस्त 2022 को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया
गुलाम नबी आजाद ने 26 अगस्त 2022 को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने सोनिया गांधी को पांच पन्नों का इस्तीफा भेजा था. अपने पत्र में उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा की जगह कांग्रेस जोड़ो यात्रा निकालनी चाहिए. साथ ही कहा, नेहरू जी, राजीव गांधी, इंदिरा गांधी इस आघात को सहन कर सकते थे, उनमें सहनशक्ति थी, उन्हें जनता का समर्थन और सम्मान था और समय के साथ अपने काम से वे पलट सकते थे. लेकिन वर्तमान कांग्रेस नेतृत्व का लोगों पर कोई प्रभाव नहीं है.
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