Giridih : सदर अस्पताल समेत जिले के 15 स्वास्थ्य केंद्र सोलर लाइट से जगमग होंगे. मुंबई की नव्या टेक्नोलॉजी को सोलर प्लांट इंस्टॉलेशन और 5 वर्ष मेंटेनेंस की जिम्मेवारी सौंपी गई है. सिविल सर्जन डॉ. एसपी मिश्रा ने भी इस बात की पुष्टि की है. सोलर लाइट इंस्टॉलेशन पर कितने की लागत आएगी इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है.
पूर्व में इंस्टॉल 91 लाख का सोलर प्लांट बेकार साबित
वर्ष 2018 में सदर अस्पताल में सोलर पावर प्लांट 91 लाख की लागत से इंस्टॉलेशन किया गया था. झारखंड रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (जेरेडा) ने टेंडर निकाला था. सोलर प्लांट की क्षमता 70 केवीए थी. इंस्टॉलेशन और संचालन का टेंडर कोलकाता की पूनम एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड को दी गई थी. सोलर प्लांट इंस्टॉलेशन के बाद मेंटनेस के लिए कंपनी के टेक्नीशियन कभी गिरिडीह नहीं आए. नतीजा सोलर प्लांट से कभी 30 केवीए का भी उत्पादन नहीं हो पाया. नियम के मुताबिक शिकायत मिलने के तीन दिनों के अंदर खराबी का मरम्मत करना था. कंपनी से विभागीय पत्राचार भी किया गया, लेकिन कंपनी ने जबाव नहीं दिया. सीएस के अनुसार सारा काम मुख्यालय से होने के कारण कंपनी को स्थानीय कार्यालय की परवाह नहीं है.
लागत का पता नहीं
सिविल सर्जन डॉ. एसपी मिश्रा ने बताया कि सोलर प्लांट इंस्टॉलेशन में कितने की राशि आएगी इसका पता नहीं है. सारा कुछ मुख्यालय से हो रहा है. चैताडीह मातृत्व स्वास्थ्य केंद्र में 50 केवीए तथा बाकी सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर 10- 10 केवीए सोलर प्लांट लगाया जाएगा.
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