Giridih : जिले में कुल 27 इंटर स्कूल हैं, जिनमें 22 के पास अपना भवन नहीं है. सिर्फ 5 स्कूलों के पास अपना भवन है. आलम यह है कि इंटर के विद्यार्थियों को हाई स्कूल भवनों में पढ़ना पर रहा है. हाई स्कूलों में इंटर की पढ़ाई होने से कक्षाएं बाधित होती है. इंटर स्कूलों के भवन की व्यवस्था नहीं कर सरकार छात्र-छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है. पहले चरण में 12 इंटर स्कूल बनाए गए थे. दूसरे चरण में 15 हाई स्कूलों को प्लस टू में अपग्रेड किया गया. जिले के तिसरी, बेंगाबाद, गांडेय, पालोंजिया और बगोदर में इंटर स्कूल का अपना भवन है. गिरिडीह प्रखंड के पचंबा, सर जेसी बोस बालिका उच्च विद्यालय, बेंगाबाद प्रखंड में छोटकी खरगडीहा, नावाहार, गावां प्रखंड में बिरने, बिशनी तिटिकर, देवरी प्रखंड में धोरंजो व साखो, धनवार प्रखंड में डोरंडा, अरखांगो, कुबरी व खिजरसोत, जमुआ प्रखंड में लंगटा बाबा हाई स्कूल मिर्जागंज, दुम्मा व चरघरा, तिसरी प्रखंड में बरमसिया व नावाडीह और सरिया प्रखंड में केशवारी व सरिया प्लस टू स्कूलों का अपना भवन नहीं है. बता दें कि 27 इंटर कॉलेजों के बाद इस वर्ष और भी 22 हाई स्कूलों को इंटर स्कूलों में अपग्रेड किया गया है. इस संबंध में माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला सचिव राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि इंटर स्कूलों में संसाधन की कमी है. संसाधनों की कमी से गुणात्मक शिक्षा पर असर पड़ रहा है. उन्होंने अविलंब सभी इंटर स्तरीय स्कूलों में भवन निर्माण की मांग की है. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=266370&action=edit">यह
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गिरिडीह : जिले में 22 इंटर स्कूलों का नहीं है अपना भवन, हाई स्कूलों में कक्षा संचालित

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