Search

गिरिडीह : सरस्वती विद्या मंदिर में निबंध प्रतियोगिता समेत हिंदी दिवस पर 3 खबरें एक साथ

जिले में राजभाषा दिवस पर कार्यक्रमों की धूम

Giridih/Dhanwar : गिरिडीह जिले में 14 सितंबर को हिंदी दिवस समरोह पूर्वक मनाया गया. जिले के विभिन्न शिक्षण संस्थानों व कार्यालयों में राजभाषा पर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. सरस्वती शिशु विद्या मंदिर गिरिडीह में निबंध प्रतियोगिता व गोष्ठी में छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया. विद्या विकास समिति, झारखंड व स्थानीय समिति के उपाध्यक्ष डॉ. सतीश्वर प्रसाद सिन्हा बतौर मुख्य अतिथि शरीक हुए. उन्होंने कहा कि हिंदी भारतीय आत्मा की पुकार, संस्कृति की ध्वनि और सुदीर्घ परंपरा की ध्वजवाहक है. यह बहुसंख्यक आबादी की प्राण वायु है. इस मौके पर शिशु वर्ग में हमारे त्योहार, बाल वर्ग में व्यावहारिक जीवन में देशभक्ति, किशोर वर्ग में समाज जागरण के अग्रदूत स्वामी दयानंद सरस्वती और तरुण वर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज राज्यारोहण के सामाजिक-राजनीतिक प्रभाव विषय पर बच्चों के बीच निबंध प्रतियोगिताए कराई गई. कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के प्रभारी राजीव सिन्हा, अजीत मिश्रा, सरिता कुमारी, राजेंद्र लाल बरनवाल समेत सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं का अहम योगदान रहा.

बीएनएस डीएवी में हर्षोल्लास के साथ मना हिंदी दिवस

बीएनएस डीएवी पब्लिक स्कूल गिरिडीह में हिंदी दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. प्रातः प्रार्थना स्थल पर साक्षी श्रेया, ऋषिका सिन्हा ने हिंदी के महत्व को दर्शाती हुई कविता की शानदार प्रस्तुति दी. हिंदी विभाग के जवाहर उपाध्याय व वाणिज्य विभाग के संतोष कुमार सिंह ने हिंदी की दिशा व दशा के साथ उसकी महत्ता पर प्रकाश डाला. प्राचार्य डॉ पी हाजरा ने कहा कि हिंदी से ही विदेश में हमारी पहचान है. कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के शिक्षकों एवं छात्रों का सराहनीय योगदान रहा.

आदर्श कॉलेज राजधनवार में प्रतियोगिता का आयोजन

हिंदी दिवस पर आदर्श कॉलेज राजधनवार में क्विज प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. प्राचार्य प्रो डॉ विमल कुमार मिश्र ने हिंदी के महतव पर प्रकाश डाला. कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा है. वर्तमान में हिन्दी बोलने वालों की संख्या पूरे विश्व में बढ़ रही है. प्राचार्य ने क्विज के विजेताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. आयोजन में डॉ विवेक कुमार राय, डॉ मिथलेश महथा, डॉ कन्हैया प्रसाद राय, डॉ मधुलिका, डॉ दुलारी, अनिल कुमार, पूजा पाठक आदि का योगदान रहा. यह भी पढ़ें : साहिबगंज">https://lagatar.in/sahibganj-use-hindi-more-and-more-in-work-bdo/">साहिबगंज

: कामकाज में हिन्दी का अधिकाधिक प्रयोग करें- बीडीओ  [wpse_comments_template]

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp