Giridih : अगलगी की घटना से निपटना जिले के अगिनशमन विभाग के लिए बड़ी चुनौती है. विभाग के पास संसाधनों की भारी कमी है, जिस कारण आग बुझाने में दिक्कत होती है. फिलहाल विभाग के पास केवल चार दमकल गाड़ियां है, उसमें भी एक खराब है. जिले की कुल आबादी करीब 28 लाख है. जिले में चार अनुमंडल और 13 प्रखंड हैं. जिले में अगलगी की घटना खासकर गर्मी में ज्यादा होती है. बदलते मौसम को देखते हुए जिला प्रशासन ने अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. गिरिडीह जिला कृषि प्रधान है. ऐसा नहीं कि आग सिर्फ घरों में ही लगती है. खेत-खलिहान में लगे फसल सुखने के बाद उसमें भी आग लगती है. अगलगी के कारण लाखों का फसल जलकर राख हो जाता है. जिले में इस वर्ष के जनवरी से 15 मार्च तक अगलगी की 15 घटनाएं घट चुकी है. 2021 में पूरे जिले में 80 से ज्यादा आग लगने की घटनाएं घटी थी. अग्निशमन विभाग का जिले में दो सेंटर है. गिरिडीह सेंटर के जिम्मे सदर, डुमरी और बगोदर है तथा धनवार सेंटर के जिम्मे खोरीमहुआ अनुमंडल है. अग्निशमन विभाग के जिला प्रभारी मोहन चौधरी ने बताया कि गिरिडीह सेंटर में 4 प्रधान चालक और 5 सामान्य चालक हैं. धनवार सेंटर में सिर्फ पांच कर्मी कार्यरत हैं. जिले की आबादी और क्षेत्रफल को देखते हुए दोनों सेंटरों में विभिन्न पदों पर तैनात कर्मियों की संख्या कम है. उन्होंने संबंधित विभाग से संसाधन उपलब्ध करवाने की मांग की है, जिससे अगिनशमन विभाग खबर पाते ही घटनास्थल पर पहुंचकर आग पर काबू पा सके. यह भी पढें : गिरिडीह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=268439&action=edit">गिरिडीह
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गिरिडीह : आखिर आग कैसे बुझाए अग्निशमन विभाग, संसाधनों की है कमी?

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