महिलाओं के भरोसे वोट में सेंधमारी का प्रयास, चूल्हा प्रमुखों को जिम्मेवारी
Giridih : राज्य की रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में जिस नुस्खे से आजसू को जीत मिली थी, पार्टी उसे डुमरी उपचुनाव में भी आजमाएगी. आजसू की पूरी चुनावी रणनीति इसी पैटर्न पर काम कर रही. घरेलू औरतों के भरोसे वोट में सेंधमारी के लिर हर जुगत लगाई जा रही. डुमरी से आजसू (एनडीए) की प्रत्याशी यशोदा देवी ने बताय कि उपचुनाव में चूल्हा प्रमुख की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होगी. पार्टी 10 घर पर एक आजसू महिला कार्यकर्ता को लगाएगी. चूल्हा प्रमुख की भूमिका 10 घरों को साथ लेकर चलने की होगी. पार्टी सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो की तय रणनीति के अनुसार, चूल्हा प्रमुख 10 घरों के हर सुख-दुख में सहयोगी की भूमिका निभाएंगी. वहीं प्रत्येक पंचायत में एक महिला व एक पुरुष को ग्राम प्रभारी बनाया गया है. यशोदा देवी ने दावा किया कि डुमरी विधानसभा की सभी पंचायतों में चूल्हा प्रमुख व टीम का गठन कर लिया गया है. इन तैयारियों के अलावा राज्य सरकार की विफलताओं पर भी निशाना साधा जाएगा. जानकारी के अनुसार, रामगढ़ उपचुनाव में 12-12 हजार महिला व पुरुष प्रमुखों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. पार्टी की रणनीति हर घर पहुंचने की है. यशोदा देवी का कहना है कि मधुपुर व डुमरी के विधायकों की मौत के बाद उनके परिजनों को मंत्री पद से नवाजा गया, पर गांडेय के पूर्व विधायक सालखन सोरेन की मौत के बाद परिजनों की अनदेखी की गई. आजसू नेता ने दावा किया कि झामुमो के इस कदम से क्षेत्र के आदिवासियों में खासी नाराजगी है. आजसू ऐसे जख्मों पर मरहम लगाने का प्रयास कर रही है. पर फोकस प्रमुखों पर ही रहेगी.बाबूलाल मरांडी ने भी झोंकी ताकत
इधर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के लिए भी डुमरी उपचुनाव किसी चुनौती से कम नहीं है. इस कारण मरांडी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के डुमरी उपचुनाव प्रतिष्ठा से जुड़ गया है. यह भी पढ़ें : गिरिडीह">https://lagatar.in/giridih-members-of-inner-wheel-club-distributed-fruits-to-pregnant-women/">गिरिडीह: इनर व्हील क्लब की सदस्यो ने गर्भवती महिलाओं को बांटे फल [wpse_comments_template]
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