Giridih : देवरी थाना क्षेत्र के कोशोगोंदो दिघी गांव में एक नवजात की मौत का मामला तूल पकड़ चुका है. उसकी मौत से परिजनों व ग्रामीणों में पुलिस के खिलाफ आक्रोश है. नवजात को जन्म लिए सिर्फ चार दिन हुआ था. परिजनों का आरोप है कि नवजात की मौत वारंटी की तलाश में आई देवरी थाना पुलिस के कुचले जाने से हुई. नवजात के पिता ने देवरी पुलिस के खिलाफ लिखित शिकायत की है. साथ ही पुलिस पर नवजात की मौत की शिकायत नहीं करने की धमकी देने का भी आरोप लगाया है.
नवजात के परिजनों के मुताबिक वारंटी भूषण पांडे को गिरफ्तार करने के लिए 22 मार्च की अहले सुबह देवरी थाना प्रभारी संगम पाठक के नेतृत्व में पुलिस की टीम उनके घर आई थी. पुलिस को देखते ही सभी सदस्य नवजात को घर में बिस्तर पर सोते छोड़कर भाग गए. पुलिस टीम ने हर एक कमरे की तलाशी ली. पुलिस के जाने के बाद परिजन घर पहुंचे तो बच्चे के शरीर में हलचल नहीं देखा. परिजनों का आरोप है कि तलाशी के दौरान किसी पुलिस कर्मी के पैर से कुचले जाने से नवजात की मौत हुई.
मामले में नवजात के दादा सह वारंटी भूषण पांडे का कहना है कि पुलिस को देखकर वह घर छोड़कर भाग गए. पुलिस को देखकर घर की महिलाएं भी बाहर निकल गई. नवजात जिस कमरे में बिस्तर पर सो रहा था, उस कमरे की भी तलाशी ली गई. तलाशी के क्रम में ही पुलिस कर्मी के पांव से कुचले जाने के कारण नवजात की मौत हुई. इस संबंध में पूछे जाने पर डीएसपी संजय राणा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. पडताल के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
हालांकि मामले की जांच वरीय अधिकारियों के निर्देश पर शुरू हो गई है. गांव जाकर डीएसपी मुकेश कुमार महतो व इंस्पेक्टर सहदेव प्रसाद ने मुआयना किया है.
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