चुनाव से मिली संजीवनी, बाबूलाल का करीबी होने का भी मिलेगा लाभ
Giridih : गिरिडीह जिला अधिवक्ता संघ चुनाव के परिणाम ने भाजपा के कई नेताओं के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है. चुनाव में महासचिव पद पर जीत का चौका जमाने वाले चुन्नू कांत भाजपा कार्यसमिति के सदस्य भी हैं. आगामी विधानसभा चुनाव में वह उम्मीदवार के लिए अपनी मजबूत दावेदारी पेश नहीं कर पाएं, इसके लिए उनके विरोधियों ने अधिवक्ता संघ चुनाव में उनकी हार की पटकथा तैयार की थी. इसके बावजूद उन्होंने शानदार जीत दर्ज की. दो दशक की पत्रकारिता, अधिवक्ता संघ चुनाव में शानदार जीत और बाबूलाल मरांडी की किचन कैबिनेट में शामिल चुन्नू कांत को आगामी विधानसभा चुनाव में गिरिडीह से मजबूत दावेदार समझा जा रहा है. बाबूलाल मरांडी की प्रदेश अध्यक्ष पद पर ताजपोशी के बाद उनके करीबियों में खासा उत्साह है. अधिवक्ता संघ चुनाव में महासचिव पद पर चुन्नू कांत की लगातार चौथी जीत उनके लिए संजीवनी का काम करेगी.
चुन्नू कांत जिस जाति से आते हैं, उनकी गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र में अच्छी खासी संख्या है. इसे देखते हुए भी भाजपा में उनकी उम्मीदवारी की अनदेखी आसान नहीं होगी. पूर्व विधायक निर्भय शहावड़ी भी विगत चुनाव में हार के बाद भी टिकट को लेकर आशान्वित हैं. भाजपा में गिरिडीह सीट से उम्मीदवारी के लिए कई नेता लाइन में खड़े हैं. शिक्षा विभाग में बड़ी लूट की पटकथा लिखने वाले एक समाजसेवी की इन दिनों खासी चर्चा है. उन्हें भी बीजेपी से टिकट की उम्मीद है. अब बाबूलाल जैसे परखी राजनीतिज्ञ की किन पर कृपादृष्टि होती है, इस पर भी बहुत कुछ निर्भर करेगा.
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